भोपाल। बदलते जमाने के साथ अपराधियों ने भी वारदातों को अंजाम देने के हाईटेक तरीकों का सहारा लेना शुरू कर दिया है. इन दिनों पुलिस के पास सबसे ज्यादा शिकायतें ऑनलाइन ठगी की पहुंच रही है. कभी बैंक कर्मी बनकर तो कभी यूआरएल कोड भेजकर शातिर लोगों की गाढ़ी कमाई पर डाका डाल रहे हैं, लेकिन ऑनलाइन ठगी की शिकायत 24 घंटे के भीतर की जाए तो ठगी हुई रकम को वापस लाया जा सकता है. साइबर पुलिस ने ऐसे ही करीब 200 मामलों में 35 लाख रुपये से भी ज्यादा की रकम वापस दिलाई है.
24 घंटे के अंदर करें साइबर ठगी की शिकायत जालसाजों की खैर नहीं
मध्य प्रदेश राज्य साइबर सेल के एसपी गुरुकरन सिंह ने बताया कि, ऑनलाइन ठगी की शिकायत किसी भी थाने या साइबर सेल में 24 घंटे के भीतर की जाए तो जालसाजों के बैंक खातों से रकम वापस लाई जा सकती है.
24 घंटे में ट्रांजैक्शन रुकवाया संभव
एसपी गुरुकरन सिंह कहा कि बैंक खातों से रकम निकालने के बाद जालसाज अपने खातों में रकम ट्रांसफर करते हैं. इस प्रक्रिया में कई बार 24 घंटे का समय लग जाता है, इस बीच अगर शिकायत मिलती है तो बैंक से संपर्क कर जालसाज के खाते का ट्रांजैक्शन रुकवाया जा सकता है. एसपी साइबर सेल ने बताया कि अब तक ऐसे करीब 200 मामलों में 35 लाख से भी ज्यादा की राशि वापस लौटाई गई है.
लॉकडाउन के दौर से आई तेजी
कोरोना महामारी और लॉकडाउन में जहां पूरे देश और दुनिया में लोगों की जिंदगियां लगभग थमी हुई थी. वहीं दूसरी तरफ जालसाज वारदातों को अंजाम देकर चांदी काट रहे थे. हालांकि अनलॉक के बाद भी ऑनलाइन ठगी की वारदातों का सिलसिला जारी रहा. लेकिन अब शातिर और हाईटेक जालसाजों को भी मात दी जा सकती है.
ऐसे करते हैं ठगी
शातिर जालसाज भोले-भाले लोगों को बैंक कर्मी बनकर कॉल करते हैं. इसके बाद उन्हें अकाउंट या एटीएम बंद होने का झांसा देते हैं या फिर किसी पॉलिसी इनाम के नाम पर उनसे बैंक की पूरी जानकारी ले लेते हैं. बैंक डिटेल्स मिलते ही जालसाज मनी ट्रांसफर सेवा का इस्तेमाल इंटरनेट द्वारा अपने सिम कार्ड पर कर लेते हैं.
सतर्कता की कमी के कारण होते हैं शिकार
सिम अकाउंट में रकम आने के बाद वह रकम को अपने खातों में ट्रांसफर कर लेते हैं और फिर मोबाइल पर खाते में रकम पहुंचने का मैसेज मिलते ही किसी नजदीक एटीएम से पूरा कैश निकाल लिया जाता है. यह जालसाजी उन लोगों के साथ ही की जाती है जो कॉल करने पर अपने बैंक की सभी डिटेल्स आसानी से दे देते हैं.
साइबर फ्रॉड के लिए जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर
देश और मध्यप्रदेश में ऑनलाइन ठगी की वारदातों के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए अब एक हेल्पलाइन नंबर 155260 जारी किया गया है. अगर आप मध्य प्रदेश के निवासी हैं और ठगी का शिकार होने के बाद इस नंबर पर कॉल करते हैं तो यह कॉल ऑटोमेटिक मध्य प्रदेश कंट्रोल रूम में रिसीव की जाएगी और संबंधित थाने या साइबर सेल में इस शिकायत को फॉरवर्ड किया जाएगा. इसके बाद संबंधित पुलिस अधिकारी कर्मचारी आपकी शिकायत का निराकरण करने की हर संभव कोशिश करेंगे.
पुलिस कई बार कर चुकी है एडवाइजरी जारी
साइबर अपराधों को लेकर पुलिस कई बार एडवाइजरी जारी कर चुकी है. लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करने के लिए पुलिस समय-समय पर कार्यक्रम भी चलाती है. इसके अलावा साइबर अपराधों को लेकर बैंक भी लगातार अपने ग्राहकों को जागरूक करने के लिए मैसेज भेजते हैं. इसके बावजूद भी लोग जालसाज़ों के झांसे में आ जाते हैं. लेकिन अब 24 घंटे के भीतर ऑनलाइन ठगी की शिकायत की जाए तो रकम वापस मिलने की संभावनाएं ज्यादा हो जाती है.