भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले भले ही कम हो गए हों, लेकिन ऐसा लगता है कि कोरोना से होने वाली मौतों का सिलसिला अभी थमा नहीं हैं, हालांकि राज्य सरकार 31 मई को भोपाल में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा जीरो मान चुकी है, लेकिन राजधानी के विश्रामघाटों पर अभी भी कोरोना से मरने वालों के शव पहुंच रहे हैं जिनका अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत ही किया जा रहा है.
जून में अबतक हो चुकी हैं 30 मौतें
आंकड़े कहते हैं कि कोरोना से हो रही मौतों का सिलसिला अभी भी जारी है. शायद प्रदेश को अनलॉक करने की जल्दबाजी में सरकार ने बीते 31 मई को राजधानी में कोरोना से मौतों का आंकड़ा जीरो बता दिया गया था. इसके कुछ दिन बाद ही कोराना कर्फ्यू हटा दिया,बाजार खोल दिए गए लेकिन हकीकत यह है कि भोपाल में कोरोना से होने वाली मौतों का सिलसिला आज भी नहीं थमा है.राजधानी भोपाल के विश्रामघाटों में अभी भी कोरोना से मरने वाले लोगों के शव पहुंच रहे हैं.
हकीकत बताते विश्रामघाट के आंकड़े
31 मई को भले ही भोपाल में कोरोना से मौतें जीरो हो गई थीं, लेकिन इसके बाद एक जून से लेकर 13 जून तक हर रोज कोरोना से मौतें होती रही हैं. हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक जून महीने में अब तक करीब 30 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. वहीं विश्रामघाटों के आंकड़ों के मुताबिक भोपाल में जून महीने में अब तक 60 से अधिक मौतें हो चुकी हैं.अकेले भदभदा विश्रामघाट पर ही 50 से अधिक मृत देहों का कोविड गाइड लाइन से अंतिम संस्कार किया गया है. यानि जून माह में जारी सरकारी आंकड़ों से दोगुना अधिक मौतें कोरोना से हुई हैं.