भोपाल।मध्य प्रदेश में 60 साल से ज्यादा उम्र वाले बुजुर्गों के साथ ही फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन (covid 19 vaccine booster dose) का बूस्टर (प्रिकॉशन) डोज़ लगाए जाने की शुरूआत (booster dose vaccination start in mp )कर दी गई है. बूस्टर डोज के टीकाकरण की शुरूआत करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश में 96 फीसदी लोगों को पहला और 92 फीसदी लोगों का दूसरे डोज का टीकाकरण पूरा कर लिया गया है. इसके साथ ही 15 जनवरी तक टीनएजर्स का भी टीकाकरण पूरा कर लिया जाएगा. सीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हम सभी को कोविड से युद्ध जीतना है. इसमें जनता का सहयोग बेहद जरूरी है. लोग मास्क लगाएं और जरूरी गाइडलाइन्स का पालन करें. सीएम ने यह भी साफ किया कि प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा. अर्थव्यवस्था न बिगड़े इसलिए ज्यादा पाबंदियां भी नहीं लगाई जा रही हैं.
एमपी में बूस्टर डोज की शुरूआत एमपी में बूस्टर डोज की शुरूआत वैक्सीन और मास्क ही है कोरोना से बचाव का तरीका
प्रोफेसर कॉलोनी स्थित स्वास्थ्य विभाग की डिस्पेंसरी पर बूस्टर डोज के टीकाकरण कार्यक्रम की शुभारंभ करने पहुंचे सीएम ने अपने सामने ही कई बुजुर्गों को टीके लगवाए. उन्होंने 60+ के बुजुर्ग भाई बहन, हेल्थ वर्कर, को प्रिकॉशन डोज़ लगवाने की अपील की. प्रदेश में टीकाकरण में हुए अच्छे काम को लेकर सीएम ने प्रशासन, फ्रंट लाइन वर्कर, हेल्थ वर्कर सबको बधाई भी दी. उन्होंने कहा कि दोनों डोज का 92 % टीकाकरण कराने वाला प्रदेश बनने पर हमें गर्व है. सीएम ने बताया कि प्रदेश में 22 लाख 26 हज़ार बच्चों को पहला डोज़ लग चुका है, जो 46.38% है. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है 15 जनवरी तक इस टारगेट को पूरा कर लेंगे.
एमपी में बूस्टर डोज की शुरूआत एमपी में बूस्टर डोज की शुरूआत इन्हें लगाई जा रही है प्रिकॉशन डोज
60 प्लस के बुजुर्ग- मध्यप्रदेश में 60 प्लस बुजुर्गों की संख्या 71 लाख से अधिक है. ऐसे में दोनों टीके मिलाकर एक करोड़ 30 लाख से अधिक टीके अभी तक लग चुके हैं. वही बूस्टर डोज़ उनको लगाया जा रहा है जिन्हें सेकंड डोज लगवाने के बाद 9 महीने का समय हो गया है.
फ्रंटलाइन वर्कर- फ्रंटलाइन वर्कर्स में पुलिस, डॉक्टर के साथ ही नगर निगम, सफाई कर्मचारी, स्वास्थ्य कर्मचारी भी शामिल है. प्रदेश में इनकी संख्या 54 लाख से अधिक है. इनको भी आज से प्रिकॉशन (बूस्टर) डोज़ लगाना शुरू किया गया है. सोमवार को सीएम के सामने कलेक्टर, डीआईजी ने भी वैक्सीन लगवाई.
केस बढ़ रहे हैं लेकिन हमारी तैयारी पूरी
सीएम ने माना कि पिछले दिनों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि केस बढ़े हैं, लेकिन संतोष की बात है, अस्पताल में बेड खाली है, ऑक्सीजन का इस्तेमाल भी कम ही करना पड़ रहा है. उन्होंने लोगों से अपील की कि जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है वे टीका लगवाएं. कोविड के खिलाफ युद्ध जीतना है तो जनता का सहयोग जरूरी है. सीएम ने कहा कि हम 50% क्षमता के साथ स्कूल चला रहे हैं, नाईट कर्फ़्यू लगाया है. कोरोना की लगातार समीक्षा की जा रही है. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था खराब न हो इसलिए ज़्यादा पाबन्दी नहीं लगाई गई हैं.
नहीं लगाए जाएं अनावश्यक प्रतिबंध
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की समीक्षा बैठक में नए प्रतिबंध लगाने से इंकार कर किया है. सीएम ने कहा कि मास्क लगाने का कड़ाई से पालन कराया जाए. हमने बड़े मेलों पर पहले ही रोक लगा दी गई है, लेकिन अनावश्यक प्रतिबंध न लगाएं. उन्होंने कहा कि जब जरूरत पड़ेगी तब प्रभावी कदम तुरंत उठाए जाएंगे. सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए टेस्टिंग सही तरीके से होने चाहिए और इसके आंकड़े भी ठीक ढंग से उसी दिन दिए जाएं, ताकि स्थिति का वास्तविक ढंग से आंकलन किया जा सके. जो लोग होम आइसोलेशन में हैं, उनसे भी रोजाना दो बार बात की जाए.
जबलपुर में 3 लाख लोगों को लगाया जाएगा बूस्टर डोज
जबलपुर में भी 3 लाख लोगों को बूस्टर डोज लगवाना है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी हैं. पहले दिन सोमवार को 28 हजार लोगों को बूस्टर डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया. स्वास्थ्य विभाग ने जिले भर में 90 केंद्र बनाए हैं. बूस्टर डोज सप्ताह में 6 दिन लगाया जा रहा है. टीकाकरण अधिकारी एस.एस दहिया के मुताबिक जबलपुर जिले में 28000 फ्रंटलाइन वर्कर, 30000 हेल्थ वर्कर और करीब ढाई लाख ऐसे लोग हैं जिनकी उम्र 60 साल से अधिक हैं. इन सभी को बूस्टर डोज लगाया जा रहा है. बूस्टर डोज दिए जाने की शुरूआत के पहले दिन पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने वैक्सीन लगवाई.