भोपाल। कोरोना के नए म्युटेंट का खौफ दुनिया भर में फैल रहा है. मध्य प्रदेश सरकार भी नए वेरिएंट को लेकर चौकन्नी है. सरकार फिर से अलर्ट मोड पर है. ऑक्सीजन प्लांट और वेंटिलेटर की टेस्टिंग का काम शुरू हो गया है. केंद्र की ओर से बड़ी संख्या में स्वास्थ्य सामग्री प्रदेश सरकार को दी गई है. जिसमें रेमडेसीविर इंजेक्शन से लेकर टोस्लीजुमाब इंजेक्शन भी शामिल है.चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग मानते हैं कि (Corona Alert MP medicines stock) सरकार पहले से ही सजग है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई गई है.
कोरोना की तीसरी लहर का डर, कितना तैयार है एमपी तीसरी लहर की आशंका, सरकार अलर्ट
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के (mp preparation on corona third wave) मद्देनजर केंद्र ने प्रदेश सरकार को 90 करोड़ से अधिक की चिकित्सा सामग्री भेजी है. कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन और रेमडीसीवर जैसे इंजेक्शन की कमी सामने आई थी. ऐसे में केंद्र से एक लाख 30,000 से अधिक रेमडेसीविर इंजेक्शन स्टॉक में पहुंच गए हैं. मरीज की गंभीर हालत में इस्तेमाल होने वाला टोस्लीजुमाब इंजेक्शन भी इसमें शामिल है. जिसकी कीमत बाजार में ₹44000 है. यह इंजेक्शन भी मरीजों को उपलब्ध कराया जाएगा. ये सामग्री केंद्र ने मध्य प्रदेश हेल्थ कॉरपोरेशन को दी है.
सरकार के पास दवाओं का पर्याप्त स्टॉक-चिकित्सा शिक्षा मंत्री
कॉरपोरेशन प्रदेश के विभिन्न जिला अस्पतालों और सीएमएचओ से आने वाली डिमांड के अनुसार अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर सामग्री पहुंचाएगा . ब्लैक फंगस के मरीजों और इसके खतरे को देखते हुए इसके बचाव में सहायक पोसाकोनाजोल टेबलेट के साथ (minister vishwas sarang mp on alert )एम्फोटेरेसिन बी इंजेक्शन भी स्टॉक में रखा गया है. जिनकी संख्या 20,000 से ज्यादा है.
एमपी सरकार का होमगार्ड और SDRF जवानों को बड़ा तोहफा, खाने के बदले अब मिलेगा पैसा! जानिए क्या होगा बजट (MP government approves food allowance)
25 दिसंबर तक पूरा करना है 100 फीसदी वैक्सीनेशन का टारगेट
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि सरकार पहले से ही अलर्ट मोड पर है. हमने अपने स्तर पर पहले से ही सभी तैयारियां पूरी करके रखी हैं. 180 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट चल रहे हैं और टेस्टिंग भी अधिक संख्या में कराई जा रही है.(omicron variant alert mp) वैक्सीन कोरोना का हथियार है,ऐसे में 25 दिसंबर तक मध्य प्रदेश में इसका सौ फीसदी टारगेट भी पूरा कर लिया जाएगा..
कोरोना से लड़ने के हथियारों का स्टॉक
- रेमडेसिविर इंजेक्शन - 1 लाख 30 हजार
- एंफोटेरेसिन बी इंजेक्शन -20 हजार
- टोस्लीजुमाब इंजेक्शन -230
- सभी प्रकार के ऑक्सीजन सिलेंडर- 1435
- वीटीएम किट- 4 लाख 85 हजार
- रैपिड एंटीजन टेस्ट किट - 6 लाख 44 हजार
- बेरीसीटानिल टेबलेट -14,000
- फेबीप्राविर टेबलेट- 23,000
- पोसाकोनाजोल टेबलेट -10,000
- ऑक्सीजन कंसंट्रेटर- 850
- पीपीपी किट- 1100
- ट्रिपल लेयर मस्क- 3 लाख
- N95 मस्क -5 लाख 50 हजार