भोपाल। अपने विवादित बयानों और कारनामों के लिए मशहूर पूर्व केंद्रीय मंत्री असलम शेर खान ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर खुद को 2 साल का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की इच्छा जतायी है. उन्होंने कहा है कि मुझे जिस तरह ओलंपिक में मौका मिला था, यहां भी मुझे मौका दिया जाना चाहिए, क्योकिं राष्ट्रवाद के मुद्दे पर कांग्रेस पिछड़ रही है. उनकी इस चिट्ठी पर कांग्रेस ने कहा है कि बेहतर होता कि खुद चिट्ठी न लिखकर उनके समर्थक और कार्यकर्ता ऐसा करते.
असलम शेर खान की चिट्ठी पर बोली कांग्रेस, कहा- बेहतर होता कि उनकी जगह उनके समर्थक चिट्ठी लिखते - Rahul Gandhi
अपने विवादित बयानों और कारनामों के चलते पार्टी से अलग होकर अलग पार्टी बनाने वाले और लोकसभा चुनाव में फिर पार्टी का दामन थामने वाले असलम शेर खान ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर खुद को कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की मांग कर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है.
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असलम शेर खान ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि नेहरू-गांधी परिवार से बाहर के किसी शख्स को यह जिम्मेदारी देनी चाहिए. हालांकि उन्होंने ये भी लिखा है कि अगर राहुल गांधी इस पद पर बने रहना चाहते हैं, तो उन्हें एतराज नहीं है, लेकिन अगर वह नहीं रहना चाहते तो मैं इस पद की जिम्मेदारी 2 साल के लिए लेना चाहूंगा. असलम शेर खान मानते हैं कि कांग्रेस को एक बदलाव की जरूरत है और इसे राष्ट्रवादी पहचान के साथ साकार किया जाना चाहिए.
वहीं असलम शेर खान की इस चिट्ठी को लेकर मप्र कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा का कहना है, कि असलम शेर खान ने अपनी राय व्यक्त की है, इस बारे में पार्टी को निर्णय लेना है. लेकिन बेहतर होता कि वो खुद नहीं लिखते, उनकी तरफ से उनके समर्थक या कार्यकर्ता लिखते और उनके लिए पद की मांग करते हैं लेकिन उन्होंने जो भी लिखा ठीक लिखा, अब पार्टी को निर्णय लेना है, पार्टी इस पर निर्णय लेगी.