भोपाल।कमलनाथ सरकार के पुरुष नसबंदी मामले में कर्मचारियों को जारी फरमान पर सियासत क्या गरमाई, सरकार ने तो चंद घंटे पहले दिया यह आदेश वापस ले लिया. क्योंकि इस आदेश पर कर्मचारियों ने तो नाराजगी जताई ही थी, बीजेपी ने भी निशाना साधना शुरू कर दिया था. ऐसे में सरकार बैकफुट पर चली गई.
मामले में कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने कहा कि बीजेपी के नेताओं को प्रत्येक मामले में धार्मिक विवाद और धार्मिक विभाजन जैसी बातें नहीं करना चाहिए. स्वास्थ्य विभाग ने एक आदेश त्रुटिवश जारी किया था. जिसमें नसबंदी का लक्ष्य पूरा ना होने पर वेतन वृद्धि रोकने जैसी बातें कही गई थीं, लेकिन उस धार्मिक विभाजन या किसी एक धर्म से कोई लेना-देना नहीं था.
अजय सिंह यादव, कांग्रेस प्रवक्ता सरकार ने वापस लिया आदेश
अजय यादव ने कहा कि जैसे ही सरकार के संज्ञान में यह मामला आया है, तुरंत इस आदेश को वापस ले लिया गया, इस तरह के किसी भी आदेश का पालन नहीं होगा. किसी को कोई लक्ष्य नहीं दिया जाएगा, जहां लक्ष्य पूरा न होने पर वेतन वृद्धि की कार्रवाई की जाए, बीजेपी के नेताओं को अपने पद की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए और इस तरह की राजनीति से दूरी बनाकर रखना चाहिए.
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस पूरे मामले को धर्म से जोड़कर कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार संजय गांधी की तर्ज पर काम कर रही है. क्योंकि कमलनाथ इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे के रुप में तानाशाही काम कर रहे हैं. अगर इस तरह लोगों को पकड़कर नसबंदी करोगे तो अन्याय होगा, कमलनाथ सरकार जनसंख्या नियंत्रण के लिए यह कानून सभी पर लागू करें.