भोपाल। प्रदेश की कमलनाथ सरकार अगली कैबिनेट बैठक प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य झाबुआ जिले में कराने पर विचार कर रही है. उपचुनाव में जीत के बाद झाबुआ में कैबिनेट की बैठक कर कमलनाथ सरकार आदिवासी क्षेत्र में संदेश देना चाहती है कि सरकार उनके साथ है. झाबुआ के अलावा बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन और खंडवा की हनुमंतिया टापू पर भी कैबिनेट की बैठक कराए जाने पर विचार चल रहा है.
मुख्यमंत्री से बैठक के दौरान जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने सुझाव दिया है कि अगली कैबिनेट की बैठक झाबुआ में कराई जाए. झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया को मिली भारी जीत के बाद सरकार जनता का आभार जताना चाहती है. इसके लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ तीन दिसंबर को झाबुआ जाने की तैयारी कर रहे हैं, ताकि अब तक की सबसे बड़ी जीत के बाद मतदाताओं का आभार जताया जा सके.
उज्जैन और हनुमंतिया टापू पर भी कैबिनेट कराने पर विचार
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और खंडवा के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने जिले के हनुमंतिया टापू पर कैबिनेट की बैठक कराने का भी सुझाव दिया है. 20 करोड़ की लागत से तैयार किए गए हनुमंतिया टापू पर शिवराज सरकार के दौरान दो बार कैबिनेट की बैठक हो चुकी है. मंत्री तुलसी सिलावट ने सुझाव दिया है कि हनुमंतिया टापू पर होने वाले जल महोत्सव के पहले यहां कैबिनेट की बैठक आयोजित की जाए. ताकि पर्यटन के लिहाज से फायदा पहुंच सके.
इसके अलावा उन्होंने बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में भी कमलनाथ कैबिनेट की बैठक रखने का सुझाव रखा. हालांकि अभी तक कैबिनेट की बैठक को लेकर स्थान तय नहीं हो सका है. बताया जा रहा है कि 25 नवंबर को मुख्यमंत्री के साथ मंत्रियों की चर्चा होगी जिसके बाद ही इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अब तक कैबिनेट की 21 बैठक हो चुकी हैं. जिनमें 20 राजधानी भोपाल और एक जबलपुर में हुई है.