भोपाल| चुनावी मौसम में सभी राजनीतिक दल एक-दूसरे को पटखनी देने के लिए किसी भी तरह का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं. वहीं केंद्र में सरकार बनाने के लिए राजनीतिक दल एड़ी चोटी का जोर लगा रहे है. लेकिन राजधानी भोपाल में राजनीतिक गलियारों का मिजाज बदला-बदला सा नजर आ रहा है. यहां राजधानी के पुरानी जेल में ईवीएम पर निगरानी कर रहे कार्यकर्ता अंताक्षरी खेल रहे हैं.
दरअसल, राजनीतिक उठापटक के बीच यह कार्यकर्ता आपसी द्वेष भूल कर प्रेम का संदेश दे रहे हैं. देर रात कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ता बैठकर एक दूसरे के साथ अंताक्षरी खेल रहे हैं अंताक्षरी के माध्यम से हर तरह की परेशानी को भी भूलने का काम किया जा रहा है. यहां बैठे राजनीतिक कार्यकर्ता किसी भी प्रकार का एक दूसरे पर कटाक्ष नहीं कर रहे हैं और ना ही कोई किसी की हार या जीत को लेकर हंसी उड़ा रहा है.
अंताक्षरी खेलते कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ता बता दें राजधानी की पुरानी जेल में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह और बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह का चुनावी भविष्य कैद है और यहां पर ईवीएम मशीनों की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा पुलिस के साथ-साथ सुरक्षाबलों के हाथ में है लेकिन इन ईवीएम मशीनों की 24 घंटे चौकीदारी का एक जिम्मा बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के हाथ में भी है जो लगातार यहां पर ईवीएम मशीनों की चौकसी सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से कर रहे हैं.
कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष मुजाहिद सिद्दीकी का कहना है कि उन्होंने कहा कि चुनाव एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक व्यक्ति की हार होती है और दूसरे व्यक्ति की जीत होती है. लेकिन भोपाल की एक गंगा-जमुनी तहजीब रही है और यहां पर हर वर्ग का व्यक्ति एक-दूसरे के साथ भाईचारे के साथ रहता है और यही संदेश हम लोग मिलजुलकर सभी को दे रहे हैं. वहीं बीजेपी कार्यकर्ता रमेश गुप्ता का कहना है कि निश्चित रूप से इस तरह के कार्यक्रमों से राजनीतिक द्वेष समाप्त हो जाता है.