भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों और कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन के खतरे के बीच माध्यमिक शिक्षा मंडल ने फरवरी में बोर्ड परीक्षाओं का ऐलान किया है. जिसकी डेट भी फाइनल हो गई है. वहीं कोविड 19 खतरे के बीच अभिभावक और कांग्रेस फैसले केविरोध में उतर आए हैं. उनकी मांग परीक्षाएं ऑनलाइन कराने की है. (corona cases increases in mp)
ऑनलाइन परीक्षा कराने की मांग
ऑफलाइन परीक्षा में बच्चों को स्कूल में जाकर एग्जाम देना होगा. जिससे बच्चों में कोरोना के फैलने का डर है. बच्चे कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं. ऐसे में तीसरी लहर बच्चों पर घातक होने के चलते अभिभावक भी चिंता में हैं, और मांग कर रहे हैं कि, बच्चों की परीक्षा इस बार भी ऑनलाइन ही कराई जाए. (mp parents demand online exam) अविभावकों की इस मांग को कांग्रेस का भी समर्थन मिल रहा है.
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कांग्रेस ने इस मामले में सरकार को घेरा है. कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, और सरकार फिर से आंकड़ों को छुपाने में जुट गई है. ऐसे में देश में कोरोना से संक्रमण के मामलों में कैसे गिरावट आएगी. प्रदेश में मेलों का भी आयोजन किया जा रहा है. जिसमें भीड़ की वजह से लोगों के जान को खतरा होगा. साथ ही बच्चों की परीक्षाएं ऑफलाइन कराई जा रही है, जिससे बच्चों में कोरोना के फैलने का डर है. (Congress against MP Offline Board Exam)
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ऑफलाइन परीक्षा को लेकर तैयारी तेज
शिक्षा विभाग की पीएस रश्मि अरुण शमी का कहना है कि, फिलहाल सरकार के निर्देश पर ऑफलाइन एग्जाम ही कराने की माध्यमिक शिक्षा मंडल तैयारी कर रहा है. बच्चों के फॉर्म की गिनती के साथ ही तमाम स्कूलों की लिस्टिंग भी की जा रही है. जिन स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे उनको किस तरह से परिसर को सैनिटाइज करके रखना है, बच्चे कैसे-कैसे बैठेंगे, इन सबको लेकर तैयारियां चल रही है.