भोपाल। मध्यप्रदेश में भारी बारिश के चलते कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. इसको देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज होने वाली कैबिनेट की बैठक को स्थगित कर दिया. मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्र का एरियल सर्वे करने के लिए रवाना हो गए हैं. इसके पहले मुख्यमंत्री ने प्रदेश के नाम अपने संदेश में कहा कि नर्मदा और बेतवा नदी के किनारे के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति है. नेमावर में जलस्तर अभी भी बढ़ रहा है, मुख्यमंत्री ने कहा कि, इस संकट की घड़ी में सरकार आपके साथ है और जो भी नुकसान लोगों को हुआ है उसकी भरपाई करने का सरकार प्रयास करेगी.
Shivraj Chouhan Flood Survey शिवराज का बाढ़ प्रभावितों को राहत देने का नया तरीका, CM ने कराया रेस्क्यू ऑपरेशन
MP में भारी बारिश का कहर जारी है, जिससे जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. भोपाल, जबलपुर, विदिशा, गुना, सीहोर सहित प्रदेश के आधे से ज्यादा जिलों में हालात खराब हैं. कई जिलों में गांव टापू बन गए हैं तो कहीं पूरी तरह डूब गए हैं. बेहिसाब बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं और लगातार बाढ़ का खतरा बना हुआ है. मुख्मंत्री लगातार मंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं व अधिकारियों के संपर्क में है. बाढ़ की समीक्षा के चलते आज होने वाली कैबिनेट बैठक भी स्थगित कर दी गई. मुख्यमंत्री शिवराज खुद प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए हवाई सर्वेक्षण पर निकले हैं. CM Shivraj Singh
कैबिनेट की बैठक हुई स्थगित: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, पिछले 48 घंटों में प्रदेश के भोपाल, विदिशा, राजगढ़, रायसेन, सीहोर, जबलपुर शहर पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. इसके कारण कई बांधों के गेट खोले पड़े हैं और नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. सीएम ने कहा कि, विदिशा जिले में बेतवा और उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं, जिससे कई गांव पानी में गिर गए हैं. गुना में पार्वती नदी भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. नर्मदा नदी का जलस्तर कई स्थानों पर कम हुआ है, लेकिन नेमावर जैसे कई स्थानों पर जलस्तर अभी भी लगातार बढ़ रहा है. बाढ़ के हालातों को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी मंत्रियों को अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और लोगों की मदद करने के लिए कहा है. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए आज मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट की बैठक को भी स्थगित कर दिया गया है.
दो हेलीकॉप्टर रेस्क्यू के लिए और बुलाए: बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं. अभी तक करीब 23 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. विदिशा-गुना इलाकों में करीब 25 गांव में जलभराव की स्थिति है, जिसको लेकर लोगों को हेलीकॉप्टर से भी एयरलिफ्ट किया जा रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए विदिशा, जबलपुर, सीहोर, नर्मदापुरम में 10 से ज्यादा टीमें लगाई गई हैं. इसके अलावा एनडीआरएफ और होमगार्ड के जवानों को भी लगाया गया है. पांच स्थानों पर हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट की जरूरत बताई जा रही है, इसके लिए दो हेलीकॉप्टरों को और मुंबई से बुलाया गया है.