भोपाल। शराब बंदी पर आक्रामक दिखने वाली उमा भारती शिवराज की गुगली में फंस गईं लगती हैं. पहले शराब बंदी को लेकर शिवराज के लिए मुसीबत खड़ी करने वाली उमा भारती के तेवर अब नरम पड़ते दिखाई दे रहे हैं. खुद उमा भारती के ट्वीट इस ओर इशारा कर रहे हैं कि वे अब शिवराज के साथ कदमताल करने को तैयार हैं.
मुझसे भूल हुई- उमा भारती:उमा भारती ने कुछ दिनों पहले ट्वीट किया था कि मैंने शराबबंदी की बात की तो मेरे भाई ने मुझसे बात करना ही बंद कर दिया. अब शिवराज जी से मीडिया के माध्यम से ही संवाद होता है. अपने इस बयान पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा है कि इस बारे में ट्वीट में लिखना यह मुझसे भूल हो गई थी. जिस पर सफाई देते हुए उन्होंने बताया कि मैं आप सबसे यह तथ्य शेयर नहीं कर पाई कि जिस दिन मैंने शिवराज जी से मीडिया के माध्यम से संवाद होने की स्थिति के बारे में आप सबको जानकारी दी तो मुझे तुरंत ही शिवराज जी का फोन आ गया था.
जल्द ही सभी मुद्दों पर बात करेंगे:उमा भारती ने बताया कि उनके और सीएम शिवराज सिंह चौहान के बीच फोन पर लगभग 20 मिनट तक लंबी बातचीत हुई. हमारी बातचीत बहुत अच्छी हुई और हम जल्द ही सभी विषयों पर मिलकर बैठक करेंगे और सकारात्मक चर्चा करके उचित निर्णय लेंगें.
शिवराज ने उमा को बताया बहनउमा भारती की सफाई के बाद शिवराज सिंह ने भी ट्वीट कर कहा कि उमा जी मेरी बहन हैं. मैं सदैव उनका बहुत सम्मान करता हूं. वो केवल राजनैतिक कार्यकर्ता ही नहीं, सोशल रिफॉर्मर भी हैं. वे समाज को सही दिशा में ले जाने के कार्य सदैव करती रहती हैं. उमा भारती जी मेरी केवल दीदी नहीं है, बल्कि कई बार उनसे मां का प्यार भी मिलता है. उनके समाज सेवा और सुधार के हर कार्य में, मैं सदैव उनके साथ हूं. जिसपर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि शिवराज का मेरे प्रति स्नेह एवं उनके प्रति मेरे मन में सम्मान में कोई भी कमी कभी आ ही नहीं सकती.
ओरछा में हो सकती है मुलाकात
रामनवमी के अवसर पर रविवार को उमा भारती ओरछा में रामराजा सरकार के दर्शन करेनी जाएंगी. सीएम शिवराज सिंह भी यहां दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने पहुंच रहे हैं. ओरछा को भी अयोध्या की तरह सजाया जाएगा और दीपों से जगमगाया जाएगा. माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच यहां मुलाकात हो सकती है.
शराब बंदी पर आमने-सामने थे दोनों नेता
अब तक उमा भारती शराब बंदी को लेकर अपने अभियान पर टिकी हुई थी और इसको लेकर कई बार तारीखें भी दे चुकी थीं. उन्होंने भोपाल में एक शराब दुकान पर पहुंचकर विरोध भी जताया था और दुकान पर पत्थर फेंका था. इसके बाद भी शिवराज सरकार की नई शराब नीति में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच से ऐलान कर दिया था कि शराब बंदी कर देने से लोग शराब पीना बंद कर दें यह हो नहीं सकता और इसके लिए हम नशामुक्त समाज बनाने के लिए जागरुकता अभियान चलाएंगे. इस दिशा में सरकार भी प्रयास करेगी और जैसे-जैसे लोग शराब पीना बंद कर देंगे वैसे-वैसे शराब की दुकानें बंद होने लगेंगी. अब शराब बंदी को लेकर सीएम के तेवर देखने के बाद भारती का रवैया भी बदला था और अब वे शिवराज के साथ कदमताल करने को तैयार नजर आ रही हैं.