भोपाल। मध्य प्रदेश के सभी शहरों को कचरा मुक्त शहरों की रेटिंग में उच्च स्थान दिलाने के लिए गणतंत्र दिवस 26 जनवरी से 'स्वच्छ प्रतिष्ठान' सर्वेक्षण शुरू किया जाने वाला है. राज्य सरकार के स्वच्छ प्रतिष्ठान सर्वेक्षण का मकसद स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में सभी शहरों को कचरा मुक्त बनाने और कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग में सभी नगर निगमों को फाइव-स्टार और अन्य नगरीय निकायों को थ्री-स्टार रेटिंग दिलाना है.
स्टार रेटिंग के आधार पर होगी राज्य स्तरीय रैकिंग
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि यह अभियान 15 दिन चलेगा. इसके लिए सभी सांसद और विधायकों को पत्र लिखकर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के आह्वान के साथ ही प्रदेश में स्वच्छता का संकल्प लिया गया था. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश स्वच्छता के साथ हर क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहा है. मंत्री ने बताया कि शहर में स्थित प्रतिष्ठानों में निजी एवं शासकीय कार्यालय, बैंक, छोटी-बड़ी दुकानें, शो-रूम, अस्पताल, क्लीनिक, होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल आदि शामिल हैं. इन्हें बल्क वेस्ट जनरेटर कहा जाता है. इनके बीच ही स्वच्छ प्रतिस्पर्धा की जायेगी. स्टार रेटिंग के आधार पर इनकी राज्य स्तरीय रैकिंग भी होगी. सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रतिष्ठानों को स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के लिए प्रोत्साहित करना है.