भोपाल। राजधानी से 40 किलोमीटर दूर रातापानी जंगल में बीजेपी कोर ग्रुप की 10 घंटे तक बैठक चली. यहां पर पार्टी के कमजोर पहलुओं के साथ साथ मंत्रीमंडल विस्तार के और निगम मंडलों में खाली पदों को लेकर चर्चा हुई. सरकार की सभी जन कल्याणकारी योजनाओं के इंप्लीमेंटेशन पर बातचीत हुई है. जन कल्याणकारी योजनाओं के लाभ को सुनिश्चित किया गया. हालांकि बैठक के बाद बाहर निकल रहे नेताओं ने बैठक में बारे में बोलने से परहेज किया. (BJP meeting in Ratapani forest)
योजनाओं के इंप्लीमेंटेशन पर बातचीत: कोर ग्रुप की सदस्य प्रदेश महामंत्री और राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार ने कहा कि सरकार की सभी जन कल्याणकारी योजनाओं के इंप्लीमेंटेशन पर बातचीत हुई है. जन कल्याणकारी योजनाओं के लाभ को सुनिश्चित किया गया है. बीजेपी के संगठन और जिम्मेदार कार्यकर्ताओं की भूमिका और जनकल्याणकारी योजनाओं का नीचे तक ज्यादा से ज्यादा लाभ हम चला सके इस बारे में विस्तृत योजना बनी है. प्रधानमंत्री के जन्मदिवस पर सेवा पखवाड़े के रूप में मनाने का संकल्प लिया है.
सेवा पखवाड़े की समीक्षा: सभी कार्यों की समीक्षा के साथ भविष्य में सेवा कार्यों को लेकर जाना है. इस बारे में पूरी योजना बनी है. बीजेपी संगठन की वर्तमान स्थिति और चुनौती भविष्य की योजनाएं बनाई गई हैं. भारतीय जनता पार्टी सत्ता और संगठन मिलकर नीचे तक कार्य करेंगे. बैठक में सिर्फ और सिर्फ सत्ता और संगठन के माध्यम से विकास की ओर योजनाओं का लाभ नीचे तक पहुंचाना. विकास की बातें और सेवा पखवाड़े की समीक्षा के साथ आगामी योजना की बातों पर चर्चा हुई है.
बैठक में पार्टी के सामने चुनौतियां:वर्तमान और भविष्य की योजना और चुनौतियों पर चर्चा हुई है. कार्यकर्ताओं के सामने जो चुनौतियां हैं उनके बारे में विस्तृत योजनाएं बनाई गई है. जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लक्षित वर्ग के जीवन परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर बातचीत हुई है. सरकार की योजनाओं के लाभ के माध्यम से कार्यकर्ताओं को ताकत देने का काम किया जाएगा. वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि पार्टी की योजनाओं और आगे के कामों के बारे में जानकारी हुई है. सत्ता और संगठन में बदलाव या किसी की भूमिका पर कोई बातचीत नहीं हुई, लेकिन बाकी सवालों को वे टाल गए.
बूथ सशक्तिकरण की योजना:प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने कहा कि काम की दृष्टि से अलग-अलग तरह के काम लोगों के पास रहते हैं. इसीलिए काम के लिए बैठक की गई थी. बूथ के सशक्तिकरण को लेकर योजनाएं बनाई गई है. 2023 हो या 2024 भारतीय जनता पार्टी हर चुनाव को गंभीरता से लेती है. इसलिए काम की समीक्षा होती है.