भोपाल।राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान के बाद अब सियासत भी तेज हो गई है, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने सोनिया गांधी से अशोक गहलोत को सरकार से बर्खास्त करने की मांग की है. सारंग ने कहा कि जिसकी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला है, उसके नेता ऐसा बयान दे रहे हैं, सोनिया गांधी को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए.(Ashok Gehlot Nirbhya Statement)
अशोक गहलोत के बयान पर सियासत: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में बयान दिया है कि, "निर्भया कांड के बाद जब से रेपिस्ट को फांसी की सजा मिलने का कानून आया है, इसके बाद बच्चियों की रेप के बाद हत्याएं बहुत बढ़ रही हैं." (Vishvas Sarang slams Ashok Gehlot) अब गहलोत के विवादित बयान पर बोलते हुए मंत्री सारंग ने कहा कि, "कांग्रेस को इस पूरे मामले पर संज्ञान लेना चाहिए, जिस पार्टी की अध्यक्ष खुद एक महिला है उस पार्टी के नेताओं के द्वारा इस तरह के बयान देना निंदनीय है. पार्टी को इस पूरे मामले पर संज्ञान लेकर अशोक गहलोत को सरकार से बर्खास्त करना चाहिए."
बीजेपी महापौर के साथ विपक्ष पार्षद ना लें शपथ:शपथ ग्रहण पर सियासत मामले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि, "बीजेपी नकारात्मक राजनीति नहीं करती, न बढ़ावा देती है. इस तरह की अनर्गल शुरुआत कांग्रेस ने की है, इंदौर से शुरुआत नहीं होती, तो कहीं बनती नहीं. लोकतंत्र में नकारात्मकता का कोई काम नहीं है, उन्हें लगता है तो बीजेपी के महापौर के साथ कांग्रेस के पार्षद शपथ न लें." इसके साथ ही निकाय चुनाव में बीजेपी द्वारा ज्यादा सीटें जीतने पर सारंग का कहना है कि, "कांग्रेस की हालत हर जगह खराब है, गांव से लेकर शहर तक जनता ने नकारा है. कांग्रेस के पास ना नेता, ना नीति, ना ही नियत है."