हैदराबाद। मध्य प्रदेश के उप चुनाव में भाजपा का परचम लहराकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शायद राहत की सांस ली है. आदिवासियों का दिल जीतकर शिवराज ने भाजपा हाईकमान के सामने अपनी ताकत का एहसास कराना चाहा. यही वजह है कि जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर शिवराज सरकार (Shivraj Government) 15 नवंबर को प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम करने जा रही है और इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को अमंत्रित किया गया है. बताया जा रहा है पीएम लगभग तीन घंटे भोपाल में रहेंगे.
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प्रज्ञा ठाकुर को पीएम नरेंद्र मोदी से क्या मिलेगा आशीर्वाद ?
ऐसा लगभग तय माना जा रहा है कि हबीबगंज रेलवे स्टेशन (Habibganj Railway Station) का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा जा रहा है. इस रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की सबसे बड़ी पैरोकार भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर रही हैं. इस रेलवे स्टेशन का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं. अब प्रधानमंत्री जब भोपाल आयेंगे तो. भोपाल की सांसद होने के नाते प्रज्ञा ठाकुर भी वहां परंपरा के मुताबित मौजूद रहेंगी. ऐसे में क्या उनकी पीएम से बातचीत होती है कि नहीं.
गौर करने वाली बात ये है कि साल 2019 में गोडसे को लेकर प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान पर पीएम मोदी ने कहा था कि मैं उन्हें मन से कभी माफ़ नहीं कर पाऊंगा. प्रज्ञा सिंह के इस विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मोदी ने कहा, ‘गांधी जी, गोडसे के बारे में जो भी बातें कही गई हैं, जो भी बयान दिए गए हैं, ये भयंकर ख़राब हैं. ये घृणा के लायक हैं, आलोचना के लायक हैं. सभ्य समाज के भीतर इस तरह की भाषा नहीं चलती है. इस तरह की सोच नहीं चल सकती इसलिए ऐसा करने वालों को सौ बार सोचना पड़ेगा. उन्होंने माफी मांग ली, अलग बात है लेकिन मैं उन्हें मन से माफ नहीं कर पाऊंगा.’
प्रज्ञा सिंह ठाकुर का गोडसे पर बयान
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प्रज्ञा सिंह ठाकुर की बयान पर सफाई
सच्चे देशभक्त महाराष्ट्र के आईपीएस अधिकारी करकरे को देशभक्त नहीं कहते- प्रज्ञा सिंह ठाकुर
25 जून 2021 को भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ने सीहोर में आपातकाल की बरसी पर हुए कार्यक्रम में मुंबई हमले के वक्त शहीद होने वाले महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (ATS) के पूर्व प्रमुख हेमंत करकरे को लेकर विवादित बयान दिया था. प्रज्ञा ने आरोप लगाया था कि वर्ष 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले की जांच करने वाले करकरे ने पूछताछ के दौरान प्रताड़ित किया था. उन्होंने कहा कि करकरे को लोग देशभक्त कहते हैं, लेकिन जो वास्तव में देशभक्त हैं वह उनको देशभक्त नहीं कहते. प्रज्ञा ठाकुर ने कहा- ”झूठे मामले को गढ़ने और झूठे सबूत जमा करने के लिए ऐसा किया गया.” प्रज्ञा ने दावा किया कि सच्चे देशभक्त महाराष्ट्र के आईपीएस अधिकारी करकरे को देशभक्त नहीं कहते हैं.
बता दें कि वर्ष 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले में हेमंत करकरे शहीद हो गए थे. बता दें साल 2019 में भी प्रज्ञा ने अपने एक बयान में कथित तौर पर कहा था कि करकरे ने हिरासत में उनके साथ बुरा व्यवहार किया था इसके लिए उन्होंने उन्हें श्राप दिया था, इसलिए करकरे की मृत्यु हो गई. बाद में इस टिप्पणी की आलोचना होने पर प्रज्ञा ने माफी मांग ली थी.
प्रज्ञा सिंह ठाकुर के राजनीतिक कैरियर को नई ऊंचाई मिल सकती है !
अब शायद लग रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी और सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बीच कुछ बदल रहा है और ये बदलती केमिस्ट्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर के राजनीतिक कैरियर को नई ऊंचाई दे सकती है. बता दें कि 2024 को ध्यान में रखते हुए भाजपा अब तक गुजरात, उत्तराखंड सहित अपने शासित राज्यों में सीएम बदल चुकी है. एक मध्य प्रदेश और यूपी ही ऐसे राज्य हैं जहां भाजपा हाईकमान कोई भी फैसला लेने से हिचक रही है. देश के हालत को देखते हुए भाजपा को साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर में शायद संभावनाएं दिख रही हैं.