झाबुआ। मध्यप्रदेश की झाबुआ विधानसभा सीट पर नामांकन का आज आखिरी दिन है. लिहाजा कांग्रेस और बीजेपी प्रत्याशी पूरे शक्ति प्रदर्शन के साथ अपना नामांकन दाखिल करेंगे. कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के साथ सीएम कमलनाथ के साथ कांग्रेस के दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे. तो बीजेपी प्रत्याशी भानू भूरिया के साथ पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह भी पूरे दमखम के साथ नजर आएंगे. जबकि चुनाव आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली है.
झाबुआ उपचुनाव के लिए नामांकन का आज आखरी दिन झाबुआ में दोनों दलों के प्रत्याशियों के नामांकन के साथ ही काउंडन शुरु हो जाएगा. लेकिन इसके पहले ही दोनों दल अपना दमखम दिखानें में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. सीएम कमलनाथ जहां कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के समर्थन में सभा करेंगे. तो बीजेपी ने भी झाबुआ में एक बड़ी संभा का आयोजन किया है. यानि झाबुआ में आज के दिन सियासत का पारा सातवें आसमान पर नजर आएंगा.
कांतिलाल भूरिया की पकड़ और सीएम कमलनाथ के सहारे कांग्रेस
झाबुआ उपचुनाव की जंग में कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया पर दांव लगाया है. कांतिलाल भूरिया के नामांकन में सीएम कमलनाथ खुद मौजूद रहेंगे. यानि संदेश साफ है कांग्रेस यहां कांतिलाल और सीएम कमलनाथ के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ने जा रही है. सीएम कमलनाथ यहां कांतिलाल भूरिया के समर्थन में एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित करेंगे. झाबुआ उपचुनाव सीएम कमलनाथ के लिए भी प्रतिष्ठा का सवाल है कि क्योंकि सरकार बनने के बाद झाबुआ उपचुनाव के जरिए उनके कामकाज की भी परीक्षा होगी. पार्टी कांतिलाल भूरिया के नामांकन में एकजुटता दिखाने की भी पूरी कोशिश करेगी.
बीजेपी भी दिखाएगी दम
बीजेपी ने यहां युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष भानू भूरिया को झाबुआ फतह की जिम्मेदारी सौंपी है. लिहाजा बीजेपी भी अपनी सीट को बचाए रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. भानू भूरिया के नामांकन में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ पार्टी के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे. जहां जनसभा के जरिए शक्ति प्रदर्शन भी दिखाया जाएगा. भले ही बीजेपी ने यहां विधानसभा और लोकसभा में अच्छा प्रदर्शन किया हो. लेकिन पार्टी यहां कांग्रेस को हलके में नहीं लेना चाहेगी. इसलिए पार्टी के तमाम दिग्गज यहां प्रचार करते नजर आएगे. जबकि यहां बीजेपी सांसद जीएस डामोरी की भी अग्नि परीक्षा है. क्योंकि पूरा चुनाव उन्ही की देखरेख में लड़ा जाएगा.
नामांकन फार्म के लिए प्रत्याशियों को तीन बजे के पहले निर्वाचन कार्यालय पहुंचना होगा. इस दौरान निर्वाचन कार्यालय के बाहर किसी को भी जाने की अनुमति नहीं होगी. निर्वाचन के दौरान लगने वाले दस्तावेज एक बार में ही ज्यादा भीड़ होने के चलते जनसुनवाई कक्ष में सभी प्रत्याशियों और उनके प्रस्ताव को बिठाया जाएगा और एक-एक करके नामांकन फॉर्म भरने की प्रक्रियाो पूरी की जाएगी.