भोपाल।पैगासस फोन टेप मामले में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल का भी फोन टेप किए जाने का मामला सामने आ रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मोदी मंत्रिमंडल में हाल ही मेंं शामिल हुए अश्विनी वैष्णव का भी फोन टेप किए जाने की बात सामने आ रही है. ईटीवी भारत ने इस संबंध में मध्य प्रदेश के बड़े नेता और केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्वलाद पटेल से बात करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. आपको बता दें कि पेगासस इजरायल की सॉफ्टवेयर कंपनी है. यह कंपनी सिर्फ सरकार और सरकारी एजेंसियों को ही सॉफ्टवेयर बेचती है. भारत में सरकार पर पैगासस के साफ्टवेयर का इस्तेमाल कर कई बड़े नेताओं के फोन टैप कराने के आरोप लगे हैं.
प्रह्लाद पटेल के करीबियों के फोन टैप होने का शक
लीक हुए डेटाबेस पर नंबरों से जुड़े फोन पर फोरेंसिक रूप से इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि प्रह्लाद पटेल और अश्विनी वैष्णव की फोन टैपिंग के लिए पेगासस को विशेष रूप से लगाया गया था या नहीं, लेकिन फोन टैपिंग को लेकर जो डेटाबेस जारी किया गया है उसके मुताबिक प्रह्लाद पटेल की विशेष तौर पर निगरानी हो रही थी. क्योंकि पटेल के फोन के जारी डाटाबेस के मुताबिक फोन टैपिंग के सूची में उनकी पत्नी के फोन नंबर शामिल हैं, इसके अलावा उनके कम से कम 15 करीबी सहयोगी, जिनमें उनके निजी सचिव, दमोह में राजनीतिक और कार्यालय के सहयोगी और यहां तक कि उनके रसोइये और माली भी शामिल हैं, जो निगरानी की जद में आते हैं. हालांकि दोनों केंद्रीय मंत्रियों के जिन फोन नंबरों का जो रिकॉर्ड जारी किया गया है उसके मुताबिक यह साफ नहीं किया गया है कि ये फोन अब भी उपयोग किए जा रहे हैं या नहीं.
लोकसभा चुनावों से पहले हुई फोन हैकिंग
रविवार को वाशिंगटन पोस्ट ने एक लिस्ट जारी करते हुए कहा था कि भारत में 40 से अधिक पत्रकारों, बिजनेस मैन, अधिकारियों और नेताओं के फोन हैक करने और टैप किए जाने का खुलासा किया था. वाशिंगटन पोस्ट ने यह भी बताया था कि यह फोन हैकिं इजरायल की पैगासस कंपनी के साफ्टवेयर के जरिए की गई है. इसमें इन नंबरों को 2019 के लोकसभा चुनाव से 2018-2019 के बीच निशाना बनाया गया था. इस मुद्दे को लेकर आज लोकसभा और राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला. विपक्ष जांच की मांग कर रहा है.