भोपाल।देश की सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी बीजेपी आज अपना 40वां स्थापना दिवस मना रही है. बीजेपी की जब स्थापना हुई थी, तब शायद यह किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि बीजेपी देश के सियासी इतिहास में नए आयाम लिखते हुए केंद्र की सत्ता पर राज करते हुए देश के कोने-कोने में अपना परचम लहराएगी. लेकिन बीजेपी के सियासी सिपाहियों ने इन चुनौतियों को स्वीकार करते हुए 6 अप्रैल 1980 में जनसंघ को बीजेपी में तब्दील कर दिया. और देश में सियासी संघर्ष करते हुए पार्टी को सत्ता के शिखर तक पहुंचाया. बीजेपी को यहा तक पहुंचाने में मध्य प्रदेश के नेताओं का भी बड़ा योगदान रहा.
40 साल के इतिहास में अटल बिहारी वाजपेयी, कुशाभाऊ ठाकरे, राजामाता विजया राजें सिंधिया, कैलाश जोशी, सुंदरलाल पटवा जैसे दिग्गज नेताओं ने मध्य प्रदेश में बीजेपी की नीव रखकर संघर्ष की शुरुआत की, तो उमा भारती, बाबूलाल गौर, शिवराज सिंह चौहान और कैलाश विजयवर्गीय सहित बीजेपी के कई दिग्गजों ने मध्य प्रदेश में अपने नेताओं के संर्घष को सत्ता के शिखर पर पहुंचा दिया. और देशभर में बीजेपी को मध्य प्रदेश को बीजेपी के बड़े किले में स्थापित कर दिया.
ये वो नेता हैं जिन्होंने मध्य प्रदेश में बीजेपी का मजबूत संगठन बनाया
कुशाभाऊ ठाकरे
देश की राजनीति में बीजेपी आज जिस मुकाम पर खड़ी है उसे यहां तक पहुंचाने में कुशाभाऊ ठाकरे का अहम योगदान माना जाता है, बीजेपी के चौथे राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे कुशाभाऊ ठाकरे का जन्म मालवाचंल के धार जिले में हुआ था. देशभर में बीजेपी का सबसे मजबूत संगठन मध्य प्रदेश में माना जाता है, जिसका श्रेय कुशाभाऊ ठाकरे को जाता है. अपनी सादगी के लिए पहचाने जाने वाले कुशाभाऊ ठाकरे को देशभर में बीजेपी का पितृपुरुष भी कहा जाता. कुशाभाऊ ठाकरे 1998 से 2000 तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे.
अटल बिहारी वाजपेयी
यूं तो अटल बिहारी वाजपेयी देश भर में बीजेपी के सबसे बड़े नेता माने जाते हैं. लेकिन मध्य प्रदेश में बीजेपी के संगठन को खड़ा करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है. अटल बिहारी वाजपेयी ने उमा भारती, से लेकर शिवराज सिंह चौहान जैसे दिग्गज नेताओं की एमपी में ऐसी फोज खड़ी की जो प्रदेश में बीजेपी के दिग्गज नेताओं में शुमार है. अटलजी प्रदेश की ग्वालियर और विदिशा लोकसभा सीट से सांसद भी रहे.