भोपाल(Bhopal)।राजधानी भोपाल में 1 अक्टूबर से मुख्य और आतंरिक मार्गों का मरम्मत का कार्य (Road Repairing) शुरू होगा. नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह (Minister Bhupendra Singh) ने समस्त निर्माण एजेन्सियों के अधिकारियों को इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दिए हैं. मंत्री ने कहा है कि सभी अधिकारी मॉनिटरिंग के लिए तैयार रहें, ठेकेदार अपनी मनमानी से कोई कार्य नहीं करें. भूपेंद्र सिंह ने आगे कहा कि निर्माण की प्राथमिकता निर्माण एजेंसी नहीं बल्कि अधिकारी तय करें. बैठक में नगर निगम आयुक्त केवीएस चौधरी कोलसानी सहित पीडब्ल्यूडी, बीडीए और नगर निगम के आला अधिकारी उपस्थित रहे.
1 अक्टूबर से की जाएगी सड़कों की मरम्मत
निर्धारित मानदण्डों के अनुसार, भोपाल शहर की जर्जर सड़कों के मरम्मत का कार्य आगामी 1 अक्टूबर से शुरू हो जाएगा. मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मरम्मत का कार्य निर्धारित मानदण्डों के अनुसार कराना होगा, कार्य की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए. बता दें, भोपाल की सड़कों के निरीक्षण के बाद मंत्री द्वारा यह निर्देश दिए गए हैं. नगर निगम आयुक्त के.वी.एस चौधरी ने बताया कि शहर के 288 विभिन्न मार्गों की मरम्मत की कार्य-योजना बना ली गई है. इसमें 70 करोड़ 60 लाख रुपए का खर्च अनुमानित है.
समय सीमा में पूरा करना होगा कार्य
मौसम विभाग के अनुसार, सितम्बर के शेष दिनों में भी वर्षा संभावित है. इसके तुरंत बाद 1 अक्टूबर से सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू कर इसे तय समय में पूरा करना होगा. नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि जो सड़कें गारंटी पीरियड में हैं, उनकी मरम्मत का कार्य भी एक अक्टूबर से संबंधित ठेकेदार से करवाएं. भोपाल शहर में सड़कों के संबंध में चार निर्माण एजेंसियां हैं. जिसमें नगर निगम भोपाल के पास 3879 किलोमीटर, भोपाल विकास प्राधिकरण के पास 150 किलोमीटर, लोक निर्माण विभाग के पास 445 किलोमीटर और राजधानी परियोजना के पास 92 किलोमीटर की सड़कें हैं, जिनका रखरखाव और पुनर्निर्माण होना है.