भोपाल (Bhopal News)।जेपी अस्पताल (JP Hospital) से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई. जहां सोनोग्राफी करने वाले डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव (Sonography Doctor Found Corona Positive) होने के बाद भी कई गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी करते रहे. रिपोर्ट मिलने के बाद डॉक्टर को भोपाल एम्स (Bhopal AIIMS) में भर्ती कराया गया. वहीं उससे भी ज्यादा इस बात से हैरानी हुई कि मामले की स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी (Health Minister Prabhuram Choudhary) को जानकारी तक नहीं थी. मीडिया ने जब उनसे मामले से संबंधित सवाल पूछे, तो वह कुछ भी ठीक से नहीं बता सके.
विभाग भी मामले में पर्दा डालने में लगा हुआ है. अस्पताल अधीक्षक राकेश श्रीवास्तव का कहना है कि जिन महिलाओं ने उनके द्वारा सोनोग्राफी कराई थी, उनको ऑब्जरवेशन में रखा जा रहा है. इस खबर के बाद अस्पताल में आई अन्य महिलाओं में दहशत का माहौल है. सोनोग्राफी सेंटर को भी बंद कर दिया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री सवालों से बचते दिखे
अस्पताल में आ रही अन्य गर्भवती महिलाओं में दहशत का माहौल है. इनका कहना है कि अगर डॉक्टर पॉजिटिव थे और उनको शंका थी तो उन्हें अस्पताल आना ही नहीं थाय. ऐसे में इनके मन में भी अब डर का माहौल है. इधर स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी से जब इस बारे में पूछा गया तो वह भी मामले को नजरअंदाज कर गए और इसमें ज्यादा जानकारी नहीं होने की बात कही.