भोपाल।नगर निगम चुनाव के बाद बीजेपी ने भले ही जीत दर्ज कर ली हो. लेकिन पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है. एक बार फिर भाजपा पार्टी की अंदरूनी खींचतान सामने आई है. मेयर इन काउंसिल यानी महापौर परिषद, एमआईसी में बमुश्किल विभागों का बंटवारा शुक्रवार रात को हुआ. लेकिन इसके कुछ घंटों बाद ही विभागों के बंटवारे से नाखुश गोविंदपुरा क्षेत्र के दो पार्षदों ने विभागों को वापस करते हुए, महापौर परिषद से इस्तीफा दे दिया. यह दोनों पार्षद छाया ठाकुर और जितेंद्र शुक्ला हैं.
गोविंदपुरा के दो पार्षदों ने दिया इस्तीफा गोविंदपुरा की उपेक्षा का लगाया आरोप:छाया ठाकुर वार्ड 64 से चुनाव जीती हैं,जबकि जितेंद्र शुक्ला वार्ड 54 से. छाया ठाकुर को शहरी गरीब एवं उपशमन विभाग और जितेंद्र शुक्ला को वित्त एवं लेखा विभाग दिया गया था. दोनों ने अपने विभागों को लेकर गोविंदपुरा की उपेक्षा का आरोप लगाया है. दोनों ही एमआईसी सदस्यों ने अपने फेसबुक अकाउंट से इस्तीफा देने की बात कही. अब दोनों ही पार्षद फोन नहीं उठा रहे हैं जिसके चलते उनसे बात नहीं हो पाई.
फेसबुक अकाउंट पर गोविंदपुरा की उपेक्षा का आरोप लगाया विभागों के बंटवारे से नाखुश थे पार्षद भोपाल नगर निगम में एमआईसी सदस्यों के विभागों का बंटवारा, महापौर ने जारी की नई लिस्ट, 30 सितंबर तक प्राॅपर्टी टैक्स जमा करने पर मिलेगी छूट
गोविंदपुरा में 18 में से 17 पार्ष बीजेपी के: भोपाल नगर निगम के चुनावों में सबसे ज्यादा बीजेपी के पार्षद गोविंदपुरा विधानसभा से ही जीत कर आए हैं. जिसमें 18 में से 17 पार्षद बीजेपी के हैं. जबकि एक कांग्रेस का. इसलिए यहां के पार्षद कोई बड़ा विभाग चाहते थे.
मंत्री और विधायक आमने-सामने:एमआईसी सदस्यों के अपने विभाग से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी में विधायक और मंत्री आमने सामने नजर आ रहे हैं. दरअसल गोविंदपुरा क्षेत्र से कृष्णा गौर विधायक हैं जो पूर्व में भोपाल महापौर रह चुकी है. वहीं वर्तमान महापौर मालती राय को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का समर्थक माना जाता है. ऐसे में विभागों के बंटवारे को लेकर फैसला, मंत्री के संरक्षण में ही माना गया. जिसको लेकर विधायक अपने समर्थकों के साथ नाराज दिखी.
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