भोपाल। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करने की तैयारी में हैं. इसको लेकर अब छात्रों को ई ग्रंथालय सॉफ्टवेयर के माध्यम से जोड़ा जाएगा. NIC और उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस सम्बन्ध में एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं. मंत्री डॉ यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से विद्यार्थियों को दुर्लभ पुस्तकें भी डिजिटल फॉर्मेट में पढ़ने के लिए उपलब्ध हो सकेंगी. इससे अकादमिक गुणवत्ता में सुधार होगा. MP Colleges universities Connect E Granthalaya Software
मोबाइल पर भी उपलब्ध है ई-ग्रंथालय सॉफ्टवेयर:वर्तमान में देश के 28 हजार शिक्षण संस्थान ई-ग्रंथालय सॉफ्टवेयर से जुड़े हैं. यह मोबाइल पर भी उपलब्ध है. विद्यार्थी ऑनलाइन पंजीयन कर इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं. महाविद्यालय, विश्वविद्यालय के पुस्तकालयों में उपलब्ध संसाधनों को इस पर अपलोड किया जा सकता है. ताकि अन्य महाविद्यालय, विश्वविद्यालयों को भी इसका फायदा मिल सके. NIC के अधिकारियों ने बताया कि ''सॉफ्टवेयर के उपयोग को लेकर महाविद्यालय लाइब्रेरी में पदस्थ स्टाफ और प्राध्यापकों को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा''.
दुनिया में कहीं से भी देख सकते हैं डाक्यूमेंट्स: उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के अनुसार ''आज के समय में ई लाइब्रेरी एक बेहतर फॉर्मेट के रूप में काम कर रही है. इसके माध्यम से दुनिया में कहीं भी आसानी से डाक्यूमेंट्स देख सकते हैं. साथ ही किताबें लाने और ले जाने से भी छात्र बचते हैं, मोबाइल पर एक पेट में पूरी जानकारी मिल जाती है''.