भोपाल।आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह फटाफट निर्णय लेकर आम जनता को अपनी ओर खींचने का प्रयास कर रहे हैं. इसी कड़ी में शिवराज ने डॉक्टरों को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे ज्यादा कुछ कहना नहीं है क्योंकि हमें करना है. हिंदी विश्वविद्यालय उसी सोच का परिणाम था. ये अलग बात है कि कम सफल हुआ या ज्यादा. मानस में परिवर्तन हो रहा है आगे भी होगा. कुछ शब्द जो अब व्यवहारिक हैं उन्हें भी शामिल करना होगा. अगर हम व्यवहारिक नहीं होंगे तो असफल हो जाएंगे. उन्होंने आश्वस्त किया जल्द बदले जाएंगे अंग्रेजी में लिखे हुए सभी बोर्ड. सीएम शिवराज शनिवार को गांधी मेडिकल कॉलेज के दौरे पर पहुंचे थे. (bhopal Shivraj said we are the slaves of english) (bhopal shivraj singh praise of doctors)
हम अंग्रेजी के विरोधी नहींःमुख्यमंत्री ने कहा कि हम अंग्रेजी के विरोधी नहीं है, लेकिन राष्ट्रभाषा के प्रति जागरूकता जरूरी. आज यह मानसिकता गलत है, कि अंग्रेजी के बिना काम नहीं हो सकता है. मैंने कई मेडिकल के बच्चों को सिर्फ इसलिए मेडिकल कॉलेज छोड़ते देखा है, क्योंकि उसकी अंग्रेजी अच्छी नहीं थी. यह एक सामाजिक क्रांति है. कुछ भी असंभव नहीं है. जब मैंने घोषणा की थी कि तो कुछ लोग मुंह पीछे कर के हंस रहे थे, लेकिन अब हमने करके दिखा दिया है. (bhopal shivraj said we are not against english) (bhopal mbbs In hindi)
Shivraj ने किसानों को दिया समय पर खाद उपलब्ध कराने का वचन, शिकायत के लिए जारी किया टोल फ्री नंबर