भोपाल।कोरोना संक्रमण को काबू में करने के लिए लगाए गए कोरोना कर्फ्यू का असर गैस सिलेंडरों की खपत पर भी पड़ा है. एक आंकड़े के मुताबिक राजधानी भोपाल में मई महीने में घरेलू गैस सिलेंडर की खपत में 10 फीसदी की कमी आई है, जबकि कमर्शियल सिलेंडर केवल 10 फीसदी ही बिके हैं.
भोपाल में 10 फीसदी कम हुई गैस सिलेंडर की खपत बंद कारोबार से आई खपत में कमी
भोपाल में 10 फीसदी कम हुई गैस सिलेंडर की खपत एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के मुताबिक भोपाल में हर दिन 12 हजार से ज्यादा घरेलू गैस सिलेडरों की खपत होती है, लेकिन कोरोना काल में गैस सिलेंडरों का कम उपयोग हुआ है. जिससे इनकी खपत में 10 फीसद की गिरावट आई है. मप्र एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष आरके गुप्ता इसका कारण बाजार बंद होने और होटल व्यवसाय के भी पूरी तरह से बंद रहने को बताते हैं यही वजह है कि कमर्शियल सिलेंडरों की खपत में भी 90 फीसदी की कमी आई है.
राजधानी में हैं 8.50 लाख से अधिक एलपीजी उपभोक्ता
राजधानी भोपाल में एक माह में करीब साढ़े 3 लाख से अधिक गैस सिलेंडर की खपत होती है. जबकि मप्र में करीब 1.53 करोड़ एलपीजी यूजर्स हैं. भोपाल में करीब 8.50 लाख से अधिक ग्राहकों को 3 गैस कंपनियां और 34 एजेंसियां सिलेंडर सप्लाई करती हैं. जबकि प्रदेश में यह आंकड़ा 578 एजेंसियां का है.
पलायन बना खपत में कमी की बड़ी वजह
कोरोना काल में अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे दबाव के चलते केंद्र सरकार ने भी गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी को बंद या बेहद कम कर दिया है. राजधानी भोपाल में वर्तमान में घरेलू गैस सिलेंडर 815 रुपए का है जबकि कमर्शियल सिलेंडर की कीमत 1480.50 रुपए है. मप्र में घरेलू गैस सिलेंडर पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगता है वहीं कमर्शियल सिलेंडर पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगती है. शहर में रह रहे बाहरी मजदूरों और हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे छात्रों के पलायन से सिलेंडर की खपत में कमी दर्ज की गई है. वहीं आमदनी बंद होने से छोटे मध्यमवर्गीय परिवारों पर पड़ा असर भी एलपीजी सिलेंडर की खपत में आई गिरावट की बड़ी वजह है.