भोपाल। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को कुशाभाऊ ठाकरे की जन्म शताब्दी वर्ष पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विषय पर एक सेमिनार में हिस्सा लिया. इस सेमिनार में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत भाजपा के कई पदाधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान स्व. कुशाभाऊ ठाकरे को श्रद्धांजलि देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एक महान नेता वो होता है जो रास्ते को जानता है, रास्ते को दिखाता है. आज के जमाने में एक दो चीजें तो बहुत सारे नेताओं में उपलब्ध हो जाती हैं. रास्ते को जानने और दिखाने वाले भी लोग हैं, लेकिन कुशाभाऊ ठाकरे जी एकमात्र ऐसे नेता थे, जो रास्ते पर चलते भी थे और कार्यकर्ताओं को चलाते भी थे.Bhopal Amit Shah New Shiksha Niti,Amit Shah Meeting Bhopal,Modi Govt Nai Shiksha Niti MP.
नई शिक्षा नीति का नहीं हुआ विरोध: अमित शाह ने कहा कि देश में जब-जब भी शिक्षा नीति आई, तब-तब विवाद जरूर हुए. किसी ना किसी ने इसका विरोध किया. टिप्पणियां की. घोर आपत्ति दर्ज की, लेकिन एकमात्र राष्ट्रीय शिक्षा नीति जो मोदी सरकार 2020 में लेकर आई, इसका आज तक किसी ने विरोध नहीं किया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 21वीं सदी ज्ञान की सदी है. ज्ञान, विज्ञान और शिक्षा में समग्र ब्रह्मांड को सम्मिलित करने और जानने की शक्ति है. मानव विकास की सभी गतिविधियों का मूल स्रोत है. शाह के मुताबिक नई शिक्षा नीति में रोजगार की प्रबल संभावनाएं है.विशेषज्ञ टेक्नोलॉजी और अनुसंधान के लिए पर्याप्त स्पेस देख रहे हैं. कई लोगों को दुनिया के अच्छे पाठ्यक्रम दिखाई दे रहे हैं, लेकिन मुझे यह भारत की आत्मा और भारतीयता की उद्घोषणा दिखाई देती है. इसमें सभी महान शिक्षाविदों के विचार समाहित हैं.Modi Govt Nai Shiksha Niti, Amit Shah Meeting Bhopal, Amit Shah New Shiksha Niti, MP New National Education Policy
मध्य प्रदेश में लागू हुई नई शिक्षा नीति, सिलेबस में शामिल होगा महापुरुषों का इतिहास और नागरिकता के संस्कार
हिंदी में मिलेगी मेडिकल की शिक्षा:इसी बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बात कही है. वह बात नई शिक्षा नीति में भी कही गई है कि हम मातृभाषा में शिक्षा देने का काम करें. मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है जहां मेडिकल की शिक्षा भी हिंदी में देंगे. मुख्यमंत्री ने कहा हमारा यह प्रयास है कि प्रतिभा किसी भी हालत में कुंठित न हो. इसलिए हमारी सरकार विद्यार्थियों की कौशल दक्षता को ध्यान में रखते हुए उन्हें हर संभव सुविधा मुहैया कराने के लिए प्रयासरत हैं. उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति से विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने का तथा आत्म सम्मान से जीने का मार्ग प्रशस्त हुआ है. आजादी के अमृतकाल में हमारा संकल्प है कि मध्य प्रदेश का कोई बच्चा शाला-त्यागी नहीं रहे. बच्चा स्कूल तक और स्कूल बच्चे तक पहुंचे. हमारा संकल्प है कि मध्य प्रदेश में कोई भी विद्यार्थी धन के अभाव में शिक्षा से वंचित ना रहे.Modi Govt Nai Shiksha Niti, Amit Shah Meeting Bhopal, Amit Shah New Shiksha Niti, MP New National Education Policy.
MP International Airport एमपी में बनेंगे 2 इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अब विदेश की राह होगी आसान
ब्रह्मांड का ज्ञान सीखेंगे बच्चे: शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति इन तीनों आधार पर हमारी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनी है. 21वीं सदी का ज्ञान, समग्र ब्रह्मांड का ज्ञान अपनी संस्कृति के साथ बच्चों को हम सिखाएंगे तो बच्चा आगे निकल पाएगा. 2030 तक प्रत्येक जिले में बहुविषयक उच्च शिक्षा संस्थान हम लाने वाले हैं. इससे दुनिया भर का ज्ञान यहां आएगा और यहां का ज्ञान दुनिया भर में जाएगा. Modi Govt Nai Shiksha Niti, Amit Shah Meeting Bhopal, Amit Shah New Shiksha Niti, MP New National Education Policy, Bhopal Amit Shah New Shiksha Niti.
अंग्रेजी पर जोर देकर अंग्रेजों ने पैदा की हीन भावना: शाह ने कहा कि, अंग्रेजों ने देश पर अपना शासन चलाने के लिए भारतीयों के मन में कई तरह से हीन भावना पैदा की थी.अंग्रेजी को योग्यता का मापदंड बनाया था, जबकि भाषा व्यक्ति की क्षमता की परिचायक नहीं होती. भाषा सिर्फ अभिव्यक्ति का माध्यम होती है. अंग्रेजों की इस नीति के कारण देश के सिर्फ 5 प्रतिशत लोग जिन्हें अच्छी अंग्रेजी आती थी वही विकास की प्रक्रिया में भागीदार होते थे, लेकिन अब इस हीन भावना को त्यागने का समय आ गया है. पीएम मोदी ने नई शिक्षा नीति में अपनी भाषा में पढ़ाई का प्रावधान किया है. दुनिया के विकसित देशों में अपनी भाषा में अनुसंधान होते रहे. नई शिक्षा नीति में हमारे देश में भी यही व्यवस्था की गई है. अब अंग्रेजी की अनिवार्यता नहीं होगी. देश के 95 प्रतिशत लोग देश के विकास में भागीदार बनेंगे.