भोपाल। निशांक राठौर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट से स्पष्ट हो गया है कि उसने आत्महत्या ही की थी. जहां तक सवाल है कि उसके पिता के यह कहने का कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह स्थिति भी साफ हो गई है. निशांक ने अपने पिता को जो मैसेज किया था उसकी वजह से इस पूरे मामले में गृह मंत्री के निर्देश पर एसआईटी का गठन हुआ है. लगभग 7 दिन लगातार SIT (Special Investigation Team) ने इस पूरे मामले की जांच की. लेकिन भोपाल एम्स द्वारा दी गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की बात सामने आई है.
जानिये क्या कहती है निशांत राठौर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट:भोपाल के बीटेक के छात्र निशांक राठौर की मौत ट्रेन से पैर कटने के बाद हैवी ब्लीडिंग से हुई थी. ट्रेन के नीचे आने के बाद वह पहियों में फंसकर 5 से 7 फीट तक घिसटा गया था. इससे उसके पेट और पीठ पर खरोंच के निशान बने. लेकिन पसलियों और पेट के अंदरूनी अंगों में भी ब्लीडिंग हुई. इसके कुछ मिनटों बाद ही उसकी मौत हो गई. छात्र की मौत की वजह शरीर के वाइटल ऑर्गन (पसली, लिवर, स्पिलन, किडनी) में चोट और पैर से हैवी ब्लीडिंग होना बताई गई है. साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि छात्र के शरीर पर किसी रस्सी या तार से बांधे जाने के निशान नहीं मिले हैं.
नस काटने के पुराने निशान मिले:पोस्टमार्टम रिपोर्ट में निशांक के बाएं हाथ की कलाई की स्किन पर ब्लेड या चाकू से नस काटने की कोशिश के पुराने निशान भी मिले हैं. ये निशांक की खुद को नुकसान पहुंचाने की मानसिकता की ओर इशारा कर रहे हैं. मामले की जांच कर रही SIT के प्रमुख एडिशनल एसपी अमृत मीणा (Additional SP Amrit Meena) ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि ''पोस्टमार्टम रिपोर्ट में निशांक के शरीर में 18 जगह पर चोट होने की जानकारी दी गई है. इनमें पैर कटने के अलावा पसली, पेट, पीठ प्रमुख हैं''.