भोपाल।सड़क हादसों को न्योता देती हाईवे पर बैठी गाएं समस्या तो हैं ही, लेकिन 2023 के चुनाव में ये सियासत का भी बड़ा मुद्दा होंगी. मध्यप्रदेश में 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने वचन पत्र के जरिए गायों की राजनीति में एंट्री कराई थी. फिर गौकैबिनेट के साथ सीएम शिवराज ने इस सियासत को पुख्ता किया. लेकिन सवाल ये कि आस्था का केंद्र रहीं गाय को राजनीति का मुद्दा बन जाने के बाद भी हासिल क्या हुआ. इस वक्त मध्यप्रदेश के अलग-अलग हाईवे पर एक्सीडेंट जोन बनकर बैठी गायों के लिए कोई रास्ता निकल पाएगा क्या? (bhopal cows will big issue in assembly elections)
विदिशा, सागर, मुरैना में गायों से हुए एक्सीडेंटः विदिशा में तो सड़क पर मृत पड़ी गाय की वजह से गंजबासौदा विधायक लीना जैन सड़क दुर्घटना की शिकार हो गई थीं. बाकी रायसेन, सागर, मुरैना में भी हाईवे पर बैठे सैकड़ों की तादात में गौवंश दुर्घटना का सबब बन रहा है. हालांकि अशोक नगर, रायसेन के बाद नरसिंहपुर जिला पंचायत ने ग्राम पंचायतों को निर्देश दिए गए हैं कि हाईवे से इन पशुओं को हटाया जाए. हालांकि इसके बाद भी गाये सड़कों पर ही डटी हुई हैं. गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी महाराज कहते हैं कि हालांकि सड़कों पर घूमने वाले पशु जो हैं वो स्थानीय निकायों का विषय हैं. फिर भी मैं नेशनल हाईवे के दौरे पर निकल रहा हूं. मैं स्वयं देखूंगा कि कैसे इस गौवंश का कहीं प्रबंध किया जा सकता है. उनकी गणना भी की जाएगी. और स्थानीय निकायों से सहयोग लेकर प्रयास होगा कि गौवंश को हाईवे से जल्द से जल्द हटाया जा सके. (mp bhopal know what is going on cow politics) (mp bhopal bad condition of cows)