भोपाल। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर Independence Day 2022 कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश को संबोधित करते हुए कहा कि, "हम सभी को एक होकर आजादी की एक नई लड़ाई की शुरूआत करनी होगी. आज जब आप रोटी मांगेंगे तो गुमराह करने वाले कहेंगे धर्म खतरे में हैं, जब आप कहेंगे कि महंगाई कम करो, तो वे कहेंगे देश खतरे में है. जब रोजगार मांगेंगे तो वे आपको देशद्रोही कहेंगे, लेकिन समझना होगा कि न देश खतरे में है और न धर्म खतरे में है, खतरे में सिर्फ सत्ताधारी की कुर्सी है.Kamal Nath Slams Shivraj government
देश की आजादी को लग गई नजर:प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस Azadi Ka Amrit Mahotsav की शुभकमानाएं देते हुए कमलनाथ ने कहा कि, "देश की आजादी के बाद हमें देशवासियों को वास्तविक आजादी दिलाने का महत्वपूर्ण कार्य करना था और इसकी शुरूआत 1947 से हुई. आजादी के बाद देश के सामने गरीबी, अशिक्षा, जात-पांत, छुआछूत, अकाल और महामारी जैसी समस्याएं थी. देश 500 से अधिक रियासतों में बंटा हुआ था, इन हालातों में कांग्रेस ने देशवासियों को वास्तविक आजादी दिलाने का काम शुरू किया. अब हमारे देश की आजादी को नजर लग गई है, लोकतंत्र का मुखौटा ओढ़कर कुछ ताकतों ने हमें बहकाने का काम किया, उन्होंने झूठे और बड़े सपने दिखाए, जैसे सपने कभी ईस्ट इंडिया कंपनी ने दिखाए थे. लेकिन अंग्रेजों की तरह इन ताकतों की इच्छा भारत का कल्याण करना नहीं है बल्कि हमारे देश को लूटना है, हमारी आजादी को छीनना है. आज देश के कदम गुलामी की तरफ बढ़ाये जा रहे हैं, आज देश पर 128 लाख करोड़ रूपये और मध्यप्रदेश पर 3 लाख करोड़ रूपये से अधिक का कर्ज है, देश की गुलामी की शुरूआत कर्जे से ही होती है. आज देश के किसानों की आजादी छीनी जा रही है, उनकी जमीनों को छीनने के लिए कानून बनाए जा रहे हैं, अभिव्यक्ति की आजादी खतरे में है."