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500 रुपए में शादी बनी मिसाल, न बैंड बाजा न बारात दोस्तों और स्टाफ के सामने एक-दूजे के हुए मेजर-मजिस्ट्रेट - dhar amazing-wedding

मध्यप्रदेश के धार में बेहद सादगी से हुई इस शादी में फूल-माला और मिठाई के नाम पर सिर्फ 500 रुपए खर्च हुए. इस शादी में ऑफिस स्टाफ और दुल्हा-दुल्हान के साथी ही शामिल हुए थे.

shadi bani misal
शादी बनी मिसाल

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Published : Jul 15, 2021, 4:06 PM IST

धार। सामान्य तौर पर शासकीय अधिकारी की शादी में अक्सर आपने चमक-धमक और खर्चीले इंतजाम देखे होंगे. लेकिन धार में हुई सिटी मजिस्ट्रेट (City Magistrate) और आर्मी मेजर (Army Major) की शादी ने सादगी की एक अलग ही मिसाल पेश की है. काेर्ट में हुई इस शादी में जो खर्चा हुआ वो महज पांच सौ रुपए का. बिना बैंड-बाजा और बारात के हुई इस शादी में फूल-माला और मिठाई के साथ मेहमानों के नाम पर दुल्हा दुल्हन के परिजन और उनके ऑफिस का स्टाफ ही शामिल हुआ था.

2 साल बाद खत्म हुआ मेजर और मजिस्ट्रेट साहब का इंतजार

भाेपाल की रहने शिवांगी जोशी धार में सिटी मजिस्ट्रेट हैं. शिवांगी का रिश्ता भाेपाल में ही रहने वाले और वर्तमान में लद्दाख में पोस्टेड आर्मी मेजर अनिकेत चतुर्वेदी के साथ तय हुआ था, लेकिन कोरोना की वजह से दोनों अधिकारी 2 साल से शादी होने का इंतजार कर रहे थे. काेराेना की वजह से उनकी शादी टलती जा रही थी. जिसके बाद परिजनों ने फैसला लिया कि महंगे तामझाम और शोर शराबे से दूर कोर्ट मैरिज कर शादी कर ली जाए. इसके बाद दोनों अधिकारी भी इसके लिए राजी हो गए और महंगे इंतजाम से दूर रहकर सादगी से कोर्ट मैरिज कर शादी का रजिस्ट्रेशन करा लिया.

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लोगों को भी दी सीख

दुल्हन और सिटी मजिस्ट्रेट शिवांगी जोशी ने बताया कि बीते दाे साल से में वे कोरोना योद्धा के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहीं थी. उन्होंने ने कहा कि हमने सादगी से शादी करने का फैसला काेराेना संक्रमण की वजह से भी लिया है. शिवांगी का कहना है कि लोगों को भी इसका पालन करना चाहिए क्योंकि कोरोना अभी गया नहीं है. लोगों को भी शादियों में महंगे इंतजाम और खर्चा करने से बचना चाहिए उन्होंने लोगों से अपील भी की कि वे कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए ही शादी करें फिजूल खर्ची करने से बचें

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शादी में खर्च करने से लड़की के परिवार पर बढ़ता है बोझ

शिवांगी जाेशी ने बताया कि मैं शुरुआत से ही फिजूलखर्च के खिलाफ हूं. शादी में फिजूलखर्च से न केवल लड़की के परिवार पर बोझ पड़ता है, बल्कि पैसों का दुरुपयोग भी होता है. शादी के बाद हमने धारेश्वर मंदिर पहुंच कर भगवान धारनाथ से आशीर्वाद लिया. इस शादी में परिजनाें के साथ कलेक्टर आलाेक कुमार सिंह, एडीएम सलाेनी सिड़ाना सहित स्टाफ के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए.

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