अलीगढ़:उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में जहरीली शराब (Poisonous Liquor) पीने से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रशासनिक दावे के अनुसार अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है. लेकिन जहरीली शराब कांड में अब तक 35 लोगों के मरने के आंकड़े सामने आ रहे हैं. इसमें ग्रामीणों के साथ गैस बाटलिंग प्लांट के ड्राइवर और कर्मी भी शामिल है. वहीं घटना में 15 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. जो जेएन मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में भर्ती है.
मुख्यमंत्री ने पूरी घटना को संज्ञान में लेते हुए आरोपियों के खिलाफ एनएसए व संपप्ति जब्त करने का आदेश दिया है. डीएम चंद्र भूषण सिंह ने बताया कि अब तक 4 सरकारी ठेके सील कर दिये गये हैं. एडीएम प्रशासन द्वारा घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कराई जा रही है. 15 दिन में एडीएम प्रशासन डीपी पाल से जांच की आख्या मांगी गई है. वहीं मजिस्ट्रेटी जांच में एडीएम प्रशासन डीपी पाल ने जिला आबकारी अधिकारी, खैर व कोल के एसडीएम, क्षेत्राधिकारी गभाना और 3 इंस्पेक्टर को नोटिस जारी किया गया है.
बता दें, जहरीली शराब कांड को लेकर 3 मुकदमें दर्ज किये गये हैं. जोकि थाना लोधा, खैर और जवां में दर्ज कराया गए हैं. 12 लोगों के खिलाफ अलग-अलग मुकदमें लिखवाए गए हैं. इसमें गिरफ्तार किए गए लोगों में शाराब कारोबारी अनिल चौधरी, ठेका संचालक नरेंद्र, सेल्समैन अजय को गिरफ्तार किया गया है. वहीं फरार मुख्य आरोपी शराब कारोबारी विपिन यादव और ऋषि शर्मा के खिलाफ 50 हजार का इनाम घोषित किया गया है.
एसएसपी कलानिधि नैथानी के अनुसार थाना लोधा क्षेत्र में पंकज सिंह, गंगा सहाय, अनिल चौधरी, गंगाराम, दिगपाल, नरेंद्र, विपिन यादव के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, आबकारी अधिनियम आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. इसमें शराब के लाइसेंसी ठेकेदार गंगा सहाय, अनिल चौधरी, गंगाराम, विपिन यादव शामिल हैं.
वहीं, थाना खैर में भी गैर इरादतन हत्या और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसमें शराब ठेकेदार नरेंद्र, सेल्समैन अजय, शराब कारोबारी अनिल चौधरी, विपिन यादव, सेल्समैन राजेंद्र को नामजद किया गया है. थाना जवां क्षेत्र में गैर इरादतन हत्या के मामले में हरीश कुमार, ममता देवी, मुनीश, ऋषि शर्मा, कपिल शर्मा को नामजद किया गया है.
शराब मामले पर सीएम सख्त
अलीगढ़ शराब से मौत मामले पर सीएम योगी ने सख्त निर्देश देते हुए आबकारी और गृह विभाग के अधिकारियों को तलब कर दिया है. सीएम ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के ने निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अगर शराब सरकारी ठेके से गई है तो ठेके को सीज कर दिया जाए. वहीं, दोषियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जाए. दोषियों की संपत्ति जब्त कर नीलामी होगी और उससे मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा.
गिरफ्तार किए गए ठेका संचालक और सेल्समैन का विवरण-
- नरेन्द्र पुत्र दिगपाल निवासी कस्बा और थाना लोधा
- अजय पुत्र वीरपाल सिंह निवासी कस्बा व थाना लोधा
- अनिल चौधरी पुत्र किरन सिंह निवासी धारागढ़ी थाना गोंडा