भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गीले कचरे से बायो सीएनजी बनाने वाले संयंत्र की बुधवार को आधारशिला रखी गई. इस संयंत्र से प्रतिदिन इतनी सीएनजी बनेगी जिससे राजधानी में 250 बसें दौड़ेंगी. राजधानी के डॉ. श्यामप्रसाद मुखर्जी नगर में नव-निर्मित पुल के लोकार्पण के साथ ही गोबर-धन संयंत्र के लिए भूमि-पूजन करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल को स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए नागरिकों के सहयोग से प्रयास करने होंगे.
भोपाल को क्लीन सिटी बनाने की कवायद, शहर के बायो सीएनजी संयंत्र के ईंधन से चलेंगी 250 बसें - भोपाल बायो सीएनजी संयंत्र
भोपाल में 80 करोड़ रुपए की लागत से गीले कचरे द्वारा बायो सीएनजी बनाने का संयंत्र स्थापित किया जा रहा है. इस संयंत्र से बनने वाली CNG से राजधानी में 250 बसें दौड़ेंगी. बसों के संचालन के लिए CNG बाजार दर से 5 रुपए कम कीमत पर उपलब्ध कराई जायेगी. (Bhopal Bio CNG plant)
भोपाल को क्लीन सिटी बनाने का प्रयास:मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को मेट्रो सिटी, हाईटेक सिटी, क्लीन सिटी और इण्डस्ट्रियल सिटी बनाने के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे. आगामी 01 जून को भोपाल का गौरव दिवस मनाया जाएगा. एशिया के सबसे बड़े CNG प्लांट का लोकार्पण, पीएम मोदी ने कहा- इंदौर दूसरे शहरों के लिए प्रेरणा
बाजार दर से कम कीमत पर मिलेगी बसों के संचालन के लिए सीएनजी : मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गोबर धन संयंत्र की क्षमता 400 टन गीले कचरे को प्रतिदिन उपचारित करने की है. इस संयंत्र से आसपास के ग्रामों को जोड़ा जाएगा. गोबर से बायो सीएनजी प्लांट का निर्माण किया जाएगा. यह सीएनजी करीब 250 सिटी बसों के संचालन में उपयोगी होगी. बाजार दर से 5 रुपए कम कीमत पर सीएनजी बसों के संचालन के लिए उपलब्ध होगी. इससे सालाना एक लाख से अधिक टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आ जाएगी. यह संयंत्र 80 करोड़ रुपए की लागत का होगा. भोपाल नगर निगम को प्रतिवर्ष डेढ़ करोड़ से अधिक की रॉयल्टी की राशि भी मिलेगी. (Bhopal Bio CNG plant)
(एजेंसी-आईएएनएस)