टीकमगढ़। जिले में पानी की कमी से लोगों की परेशानी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. जिले में करीब 7 हजार हैंडपंप हैं. यानि लगभग 80 प्रतिशत पानी की पूर्ति हैंडपंप से होती है, लेकिन अब इनसे पानी नहीं निकल पा रहा. हैंडपंप सूख चुके हैं. वहीं जिले के तालाबों और नदियों का हाल भी यही है. जमदार, बेतवा, उर, जमुनी सभी नदियों का पानी सूख चुका है.
पानी के लिए परेशान ग्रामीण, नदी, तालाब और हैंडपंप सभी सूखे - ponds dried up
टीकमगढ़ के 980 गांवों में से 900 गांव पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. गांववाले रात-रातभर जगकर पानी का जुगाड़ करते हैं.
पानी की समस्या
लोगों को कोसों दूर से पानी लाना पड़ता है. खेतों में पानी देने के लिए सुबह से ही लाइनें लगानी पड़ती है और तो और कई गांवों में तो लोग रातभर जागकर पानी का जुगाड़ करते हैं. कुछ हैंडपम्प जो थोड़ा-बहुत पानी दे रहे हैं, उनके पास लोग घंटों लाइन लगाकर अपनी बारी की इंतजार करते हैं. कुछ निजी बोरों में पानी था, लेकिन नदियां और तालाब ही सूखने के कारण पानी का जलस्तर काफी नीचे चला गया है. इस पानी की समस्या से टीकमगढ़ के 900 गांव पीड़ित हैं.