ग्वालियर। ग्वालियर के प्रथम नागरिक और नगर निगम महापौर विवेक नारायण शेजवलकर अब भारतीय जनता पार्टी के सांसद चुने गए हैं. इसके साथ ही वे नगर निगम में मेयर के रूप में भी काम कर रहे हैं, लेकिन कानून के जानकार कहते हैं कि यदि वे महापौर के रूप में मिलने वाले सभी सुविधाओं को लेते हैं तो उन्हें मेयर पद छोड़ना होगा.
विवेक शेजवलकर नहीं उठा पाएंगे महापौर को मिलने वाली सुविधाओं का लाभ, जाने क्या है मामला - gwalior news
ग्वालियर के नगर निगम महापौर विवेक नारायण शेजवलकर को महापौर के रूप में मिलने वाली सेवाओं का लाभ लेने के लिए मेयर पद छोड़ना होगा.
बता दें कि महापौर विवेक नारायण शेजवलकर को नगर निगम की ओर से एक कार मिली हुई है. नगर निगम मुख्यालय के नजदीक उनका एक बंगला भी महापौर के नाम एलॉट है. इसके अलावा नगर निगम के दो चपरासी उनके यहां सेवारत हैं. सांसद चुने जाने के बाद शेजवलकर को मेयर बने रहने के लिए सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाओं को छोड़ना पड़ेगा. फिलहाल शेजवलकर ने यह साफ नहीं किया है कि वे महापौर पद पर बने रहने के इच्छुक है या नहीं. शेजवलकर अभी दिल्ली में है और उनका महापौर के रूप में कार्यकाल नवंबर में खत्म हो रहा है.