मुरैना। कलेक्टर ने कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है. अब गमछा लगाने से काम नहीं चलेगा, मास्क लगाना ही पड़ेगा. कलेक्टर का कहना है कि, कलेक्ट्रेट परिसर में आने वाले किसी भी कर्मचारी, अधिकारी या आमजन को मास्क लगाना आवश्यक है. अगर कोई भी मास्क लगाकर नहीं आता है, तो कलेक्ट्रेट परिसर में ही मास्क उपलब्ध कराया जाएगा. इसके लिए स्वयं सहायता समूहों के द्वारा बनाए गए मास्क का स्टॉल लगाया गया है, जहां से वो मास्क खरीद सकते हैं.
मुरैनाः अब गमछे से नहीं चलेगा काम, कलेक्ट्रेट में मास्क लगाना अनिवार्य - Masks are necessary instead of skins
मुरैना कलेक्टर ने कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है. अब गमछा लगाने से काम नहीं चलेगा. मास्क लगाना ही पड़ेगा. इसके लिए स्वयं सहायता समूहों के द्वारा बनाए गए मास्क का स्टॉल लगाया गया है, जहां से मास्क खरीद सकते हैं.
कलेक्टर के इस फरमान का भाजपा नेताओं ने विरोध किया है. भाजपा जिलाध्यक्ष योगेशपाल गुप्ता ने कहा है कि, गमछा लगाना भी कोरोना वायरस से बचाव के लिए पर्याप्त है. कलेक्टर ने जो फरमान जारी किया है, उसको लेकर मैं भोपाल में आला अधिकारियों से भी बात करूंगा. हालांकि कलेक्टर ने ये भी कहा है कि, अगर कोई गमछे को अच्छी तरह से कवर करके लगाया है, तो उसे मास्क की आवश्यकता नहीं है.
बता दें कि, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गमछे का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने अपने भाषण में भी कहा था कि, लोग मास्क की जगह गमछे का उपयोग कर सकते हैं. लेकिन इसके बाद भी कलेक्टर ने ये आदेश जारी किया है, जिसका विरोध हो रहा है.