छिंदवाड़ा। भले ही कमलनाथ सरकार किसानों की कर्ज माफी के दावे कर रही है, लेकिन खुद सीएम कमलनाथ के गृह जिले के किसान कर्ज माफी के नाम पर खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. कमलनाथ ने किसानों को ऋण माफी के प्रमाण पत्र भी बांट दिये, पर कर्ज से परेशान किसान आज भी आंसू बहा रहे हैं.
कर्जमाफी के बाद भी बैंक भेज रहा नोटिस, सीएम के गृह क्षेत्र में किसानों का छलका दर्द
खरीफ की बोवनी शुरू होने वाली है, किसान समितियों में खाद बीज लेने के लिए पहुंच रहे हैं तो उन्हें पुराना कर्ज बकाया होने के चलते खाद-बीज नहीं मिल रहा है, जिसकी वजह से किसान के सामने संकट खड़ा हो रहा है.
लोकसभा चुनाव के पहले बांटे गए कर्जमाफी के प्रमाण पत्र
लोकसभा चुनाव के पहले किसानों को ऋण माफी के प्रमाण पत्र बांटे गए थे कि उनका दो लाख तक का कर्ज माफ कर दिया जाएगा, लेकिन अब बैंक किसानों से कर्ज वसूली के लिए नोटिस भेज रही है. उनका कर्ज माफ नहीं हुआ है. किसानों को लग रहा है कि कमलनाथ सरकार ने उनके साथ धोखा किया है.
प्रमाण पत्र लेकर मुख्यालय पहुंचे किसान
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को अमरवाड़ा विधानसभा से सबसे ज्यादा वोट का इजाफा हुआ था और अब उसी विधानसभा के हर्रई ब्लॉक के किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. किसान कर्ज माफी का प्रमाण पत्र लेकर जिला मुख्यालय पहुंचे और कलेक्टर से गुहार लगाई कि आखिर उनके साथ ऐसा मजाक क्यों किया गया है. खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ के फोटो लगे प्रमाण पत्र किसानों को बांट तो दिए गए, लेकिन हकीकत में उनके पास वसूली के नोटिस पहुंच रहे हैं.