सतना। शहर से गुजरने वाला नेशनल हाइवे खस्ताहाल है. सड़क पर 2-2 फीट गहरे गड्ढे हो गए हैं, जिसकी वजह से आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं, इसके बावजूद भी नगर निगम प्रशासन अपनी आंखें मूंदे बैठा है. जिसके चलते शहर के युवा समाजसेवियों ने सड़कों में बने इन गड्ढों को भरने का बीड़ा उठाया है.
विरोध के बाद भी सोता रहा प्रशासन, समाजसेवियों ने खुद से भरे जानलेवा गड्ढे - fill the pits on road
शहर से गुजरने वाला नेशनल हाइवे खस्ताहाल है. सड़क पर 2-2 फीट गहरे गड्ढे हो गए हैं, जिसकी वजह से आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं, इसके बावजूद भी नगर निगम प्रशासन अपनी आंखें मूंदे बैठा है. जिसके चलते शहर के युवा समाजसेवियों ने सड़कों में बने इन गड्ढों को भरने का बीड़ा उठाया है.
जानलेवा गड्ढे भरते समाजसेवी
उन्होंने गड्ढों को कोरोना की संज्ञा दी है. समाजसेवी तख्तियों में 'मैं हूं कोरोना, मेरे साथ सतना की सड़कों से भी डरो ना', 'हम दोनों भाई जानलेवा हैं, हम से सावधान रहो न' जैसे नारों को लिखकर नगर निगम को नींद से जगाने का प्रयास कर चुके हैं, लेकिन कई बार प्रदर्शन करने के बावजूद अब तक गड्ढे नहीं भरे गए. जिसके बाद उन्हें मजबूर होकर खुद से ही गड्ढे भरने पड़े हैं.