जबलपुर। परीक्षाओं के संचालन और परिणामों सहित डिग्रियां देने में लेटलतीफी के लिए जाना जाने वाला रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय अब अपनी साख बचाने की कवायद में जुट गया है. यही वजह है कि परीक्षाओं और परिणामों में गड़बड़ी से हलकान विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र-छात्राओं को डिजिटल डिग्री देने का फैसला किया है.
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय अब छात्रों को देगा डिजिटल डिग्री, धांधली रोकने की कोशिश
अपने ऊपर लगे परीक्षा में धांधली के आरोपों को दूर करने और पारदर्शिता लाने के मकसद से रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब छात्र-छात्राओं को डिजिटल डिग्री देने का फैसला किया है.
मध्यप्रदेश में पहली बार डिजिटलाइजेशन की ओर से कदम बढ़ाते हुए रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय सबसे पहले डिग्रियों को ऑनलाइन करने जा रहा है, ताकि छात्रों को डिग्री लेने के लिए यूनिवर्सिटी तक आने के लिए परेशान ना होना पड़े और नौकरी के वक्त डिग्री का वेरिफिकेशन ऑनलाइन हो सके. रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय पर हमेशा से ही गड़बड़ी के आरोप लगे हैं. इस बार प्रशासन के इस कदम से ना केवल अनियमितता पर नकेल कसी जा सकेगी, बल्कि विश्विद्यालय को बेवजह के आरोपों का जवाब भी नहीं देना पड़ेगा.