भोपाल। लोकसभा चुनाव में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. प्रदेश सरकार ने चुनाव प्रचार से लेकर मतदान और मतगणना के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए मध्यप्रदेश के लिए अर्धसैनिक बलों की 112 कंपनियां मांगी है
संवेदनशील मतदान केंद्रों पर रहेगी अर्धसैनिक बल की तैनाती, सीसीटीवी कैमरों से रखी जाएगी नजर - paramilitary forces
लोकसभा चुनाव में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. प्रदेश सरकार ने चुनाव प्रचार से लेकर मतदान और मतगणना के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को बनी रहे इसके लिए प्रदेश सरकार ने केन्द्र सरकार से सुरक्षा बलों की 112 कंपनियां मांगी है
इनमें से केंद्र सरकार ने 19 कंपनियां को मंजूरी दे दी है. अर्धसैनिक बलों में सीआरपीएफ की कुल 19 कंपनियां प्रदेश में आ चुकी है. इन कंपनियों को पहले चरण के लिए डिप्लॉय भी कर दिया गया है. भोपाल डीआईजी इरशाद वली ने बताया कि भोपाल लोकसभा क्षेत्र के लिए कुल 6000 जवानों का बल तैनात रहेगा इसके अलावा जिला पुलिस बल, सशस्त्र बल और समीर रिजर्व बल को भी तैनात किया जाएगा.
बता दे कि भोपाल में 12 मई को वोट डाले जाएंगे. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया जाएगा. इसके अलावा चुनाव प्रकिया पर सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जाएगी.इस दौरैान पुलिस पुलिस पेट्रोलिंग करेगी. जिससे किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके.