भोपाल। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद प्रदेश की कमलनाथ सरकार नाराज विधायकों को साधने की कोशिश में जुट गई है. कमलनाथ मंत्रिमंडल का जल्द ही विस्तार होने जा रहा है. जिसमें 4 से 5 विधायकों को जगह मिल सकती है. इस सिलसिले में सीएम कमलनाथ दिल्ली जाने वाले हैं.
माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में वरिष्ठ विधायक केपी सिंह, निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव और केदार सिंह डावर को जगह मिल सकती है.
विधानसभा चुनाव के बाद मंत्रिमंडल के गठन को लेकर कांग्रेस की ही कई सीनियर विधायकों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की थी. कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक केपी सिंह सबसे ज्यादा मुखर दिखाई दिए. वहीं बसपा विधायक राम बाई, सपा विधायक राजेंद्र शुक्ला, निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा भी मंत्री न बनाए जाने को लेकर अपनी नाराजगी जताते रहे हैं. हालांकि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने लोकसभा चुनाव बाद ही इस पर विचार करने का भरोसा था.
मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी
अब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार और बीजेपी द्वारा लगातार दिए जा रहे हैं प्रलोभन को देखते हुए कांग्रेस सरकार ने जल्द से जल्द मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी शुरू कर दी है. माना जा रहा है कि जुलाई के पहले हफ्ते में होने वाले बजट सत्र के पहले ही कमलनाथ सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार कर दिया जाएगा. मंत्रिमंडल में 4 से 5 विधायकों को स्थान मिल सकता है.
'विधानसभा सत्र के पहले नए मंत्री हो सकते हैं शामिल'
इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक केपी सिंह, निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा, केदार सिंह डावर, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, सपा विधायक राजेंद्र शुक्ला और बसपा विधायक रमाबाई का नाम शामिल हैं. हालांकि संभावना जताई जा रही है कि बसपा और सपा विधायकों को निगम मंडलों में एडजस्ट किया जा सकता है. मंत्रिमंडल विस्तार के साथ कुछ मंत्रियों के प्रोफाइल भी बदले जा सकते हैं. कमलनाथ सरकार में पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव कहते हैं कि संभावना है कि विधानसभा सत्र के पहले सरकार में नए मंत्री शामिल हो जाएंगे.