भिंड। एक ओर जहां सरकार देश को स्वच्छ बनाने के लिए तरह-तरह की योजनाएं चला रहा है. शौचालय निर्माण से लेकर स्वच्छ भारत अभियान तक को तवज्जो देने के लिए करोड़ों रुपए हर महीने खर्च किया जा रहै हैं, वही भिंड जिले के गोहद विधानसभा का हबीपुरा गांव ऐसा है जहां आज भी लोग गंदगी में रह रहे हैं. सफाईकर्मी हर रोज अपना काम करते हैं, इसके बावजूद इस गांव में सड़कों की जगह कीचड़ दिखाई देता है.
भिंड: इस गांव में सड़कों की जगह हैं कीचड़, कई ग्रामीण गिरकर हो चुके हैं घायल - भिंड
भिंड जिले के गोहद विधानसभा का हबीपुरा गांव ऐसा है जहां आज भी लोग गंदगी में रह रहे हैं. सफाईकर्मी हर रोज अपना काम करते हैं, इसके बावजूद इस गांव में सड़कों की जगह कीचड़ दिखाई देता है.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव की हालत गांव के सरपंच की वजह से है, जिन्होंने कभी गांव के विकास पर ध्यान नहीं दिया. इतना ही नहीं उनका यह भी कहना है कि गांव में जगह-जगह गड्ढे हैं जिन्हें भरवाया नहीं गया है. ऐसे में सड़कों पर कीचड़ ही कीचड़ हो चुका है. यहां तक कि वाहनों के निकलने में भी परेशानी होती है. अक्सर लोग चोटिल भी हो जाते हैं. गांववालों का भी कहना है कि गांव की स्थिति की जानकारी पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य से लेकर सरपंच तक को है, लेकिन कोई इस ओर ध्यान नहीं दिया है.
सचिव का कहना था कि उन्होंने कई बार लोगों को अभियान चलाकर और जानकारी देकर स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया है. इसके बावजूद लोग अपने घरों का कचरा सही जगह नहीं फेंकते हैं. गांव में धीरे-धीरे सारी प्रस्तावित सड़कें बन रही हैं. विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में आचार संहिता लगने से कुछ समय के लिए सड़कों का निर्माण कार्य रुक गया था जिसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा. वहीं मनरेगा कार्यों को लेकर के कहा कि मनरेगा कार्यों का पेमेंट नहीं होने की वजह से काम में रूकावट आई है लेकिन जैसे ही पेमेंट होगा वह काम भी जल्द पूरे कर लिए जाएंगे.