भोपाल। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा है कि प्रदेश के सभी शहरों को कचरा मुक्त बनायें. किसी भी शहर में कचरे के ढ़ेर नहीं दिखने चाहिए. उन्होंने कहा कि 'गंदगी भारत छोड़ो-मध्यप्रदेश' अभियान में 16 से 30 अगस्त तक नगरीय निकायों द्वारा किये गये कार्यों के आधार पर उनकी रैंकिंग की जायेगी. अच्छी रैंक पाने वाले निकायों को सम्मानित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि रैंकिंग किसी एजेंसी या नगरीय प्रशासन एवं विकास संचालनालय के अधिकारियों की टीम द्वारा की जाए.
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि 16 से 30 अगस्त तक चलने वाले अभियान में प्रत्येक दिन अलग-अलग जिलों में कोई न कोई स्वच्छता से जुड़ा हुआ कार्यक्रम रखा जाये. इसमें जन-प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाये. उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे काम करें कि लागों को लगे कि कुछ अलग हो रहा है. छोटे शहरों और अन्य शहरों जहां कचरा निपटान की व्यवस्था नहीं है, वहां के लिए एक सप्ताह में प्लान बनायें. कचरा प्रबंधन के लिए पीपीपी मोड या शासकीय स्तर पर प्लांट लगाने पर विचार करें.
किया जाएगा जागरुक
गौरतलब है कि 'गंदगी भारत छोड़ो-मध्यप्रदेश' अभियान में शहरों में व्यक्तिगत तथा सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई और कचरा प्रबंधन पर नागरिकों को जागरुक किया जायेगा. अभियान में 16 से 18 अगस्त तक स्वच्छता शपथ एवं व्यक्तिगत शौचालयों का रख-रखाव और सफाई पर अशासकीय संगठनों के माध्यम से झुग्गी बस्तियों एवं अन्य मुहल्लों में नागरिकों से चर्चा की जायेगी. अभियान में 19 से 21अगस्त तक नो प्लास्टिक और रिसाइकिल, रियूज, रिड्यूज और रिफ्यूज (चार-आर) के संबंध में निकायों, युवाओं और विद्यार्थियों से ऑनलाइन संवाद और परिचर्चाओं का आयोजन किया जायेगा. साथ ही नागरिक संगठनों एवं जन-प्रतिनिधियों के माध्यम से बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर प्लास्टिक प्रतिबंध के संबंध में जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जायेंगी.