मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / briefs

घायल होने पर गोसेवकों का शासकीय खर्च पर होगा इलाज: पशुपालन मंत्री - गायों में नई बीमारी लम्पी स्किन डिसीज

पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान गौ-सेवकों का शासकीय खर्च पर उपचार कराने के निर्देश दिए हैं.

cow servants will be treated at government expense
घायल होने पर गौ-सेवकों का शासकीय खर्च पर होगा इलाज

By

Published : Aug 17, 2020, 9:21 PM IST

भोपाल। पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने विभागीय अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान घायल होने वाले गौ-सेवकों का शासकीय खर्च पर उपचार कराने के निर्देश दिए हैं. गौ-सेवक टीकाकरण, पशु टैगिंग, उपचार आदि कार्यों में पशुपालन विभाग की सहायता करते हैं. प्रेम सिंह पटेल ने यह निर्देश पशुपालन विभाग की गतिविधियों की समीक्षा के दौरान दिए.

घायल होने पर गौ-सेवकों का शासकीय खर्च पर होगा इलाज

गायों को आवारा छोड़ने पर होगी कार्रवाई

मंत्री ने कहा कि सड़क पर बैठा गोवंश अक्सर दुर्घटना का कारण बनता है. ऐसी गायों के मिलने पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. इसकी जिम्मेदारी संबंधित ग्राम पंचायत, जनपद और नगर पालिका की होगी.

100 लीटर से कम दूध बेचने वाले पार्लर का लाइसेंस निरस्त होगा

प्रदेश के दुग्ध संघ के अंतर्गत ऐसे दुग्ध पार्लर, जो 100 लीटर प्रतिदिन से कम दूध का विक्रय करते हैं और दूध के स्थान पर अन्य सामग्रियों की बिक्री पर अधिक ध्यान देते हैं, उनका लाइसेंस निरस्त किया जायेगा. बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में दूध का संकलन 15 प्रतिशत बढ़ा है, लेकिन कोविड-19 के चलते बिक्री में 13 प्रतिशत की कमी आई है. शादी, समारोह आदि का स्वरूप बदलने के कारण भी घी और दुग्ध पदार्थों के विक्रय में कमी आई है. भोपाल एवं इंदौर दुग्ध संघ द्वारा ऑनलाइन एडवांस कार्ड बनाये जा रहे हैं.

70.49 लाख पशुओं की टैगिंग

प्रदेश में 16 अगस्त 2020 तक 70 लाख 49 हजार पशुओं की टैगिंग की जा चुकी है. लगभग 52 लाख 5 हजार पशु इनाफ पोर्टल पर दर्ज किये जा रहे हैं. इसी अवधि में 35 लाख 65 हजार गौ-भैंस वंशीय पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है.

नई बीमारी लम्पी को रोकने की विशेष सतर्कता

संचालक रोकड़े ने बताया कि अनूपपुर, बालाघाट, सिवनी और मण्डला जिले में गायों में एक नई बीमारी लम्पी स्किन डिसीज देखने में आई है. इस विषाणुजनित बीमारी के 51 सैम्पल एसएचएडीएल भोपाल जांच के लिये भेजे गये हैं. अन्य जिलों में ये बीमारी न फैले, इसके लिये सैम्पल कलेक्शन का कार्य किया जा रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details