भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार हो रहे तबादलों पर पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक विश्वास सारंग ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जो पैसा देता है, उसका ट्रांसफर कर दिया जाता है. उसके बाद उन पैसों को हवाला के जरिए कांग्रेसियों में बांट दिया जाता है, जबकि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने आरोप लगाया कि निजी आर्थिक हितों के लिए कमलनाथ सरकार में दोबारा तबादला उद्योग शुरू किया गया है.
राकेश सिंह, विश्वास सारंग और बाला बच्चन। बीते 1 सप्ताह में बड़े स्तर पर प्रशासनिक सर्जरी की गयी है. जिसमें कई जिलों के कलेक्टर भी बदले गए हैं और शनिवार को पुलिस अधीक्षकों के भी तबादले कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि आयकर विभाग के छापों में ये स्पष्ट हो गया था कि अधिकारी कर्मचारियों से पैसे लेकर उनकी ट्रांसफर-पोस्टिंग की जा रही है.
राकेश सिंह ने कहा कि सरकार गिराने के लिए कोई पहल नहीं करेंगे, सरकार में अंतर्विरोध है और इन्हीं अंतर्विरोध से कांग्रेस की कमलनाथ सरकार अपने आप ही गिर जाएगी. प्रदेश के चार सांसदों को केंद्र में मंत्री बनने का मौका मिला है और उन्हें उम्मीद है कि ये चारो मंत्री मध्यप्रदेश के विकास के लिए काम करेंगे, लेकिन यदि प्रदेश सरकार अपनी ओर से कोई पहल नहीं करेगी तो इसका फायदा प्रदेश को नहीं मिल पाएगा.
'किसानों की सूची नहीं दे रही राज्य सरकार'
राकेश सिंह ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार किसानों को मिलने वाली सम्मान निधि में रोड़े अटका रही है, केंद्र सरकार को किसानों की लिस्ट नहीं दे रही है. यदि राज्य सरकार किसानों की सूची जल्द ही केंद्र को मुहैया करा दे तो किसानों को ये पैसा मिलने लगेगा.
गृह मंत्री ने किया पलटवार
इस मामले में गृह मंत्री बाला बच्चन ने पलटवार करते हुए कहा कि ट्रांसफर एक रुटीन प्रक्रिया है, जहां जैसी जरूरत होती है, वैसे तबादले किये जाते हैं. बीजेपी की सरकार में भी ट्रांसफर होते थे, सवाल उठाने से पहले बीजेपी खुद अपना रिकॉर्ड देख ले. बता दें, शनिवार रात बड़े पैमाने पर IAS-IPS के तबादले किये गये हैं, जिसमें कई कलेक्टर-एसपी इधर से उधर किए गए हैं.