भोपाल। प्रदेश के सतना-खरगोन और जबलपुर के बाद अब नरसिंहपुर जिले में एक अनुसूचित महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आयी. पीड़ित परिवार का आरोप है कि मामले में पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की. जिससे आहत होकर पीड़िता ने खुद ही आत्महत्या कर ली. घटना पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्ती दिखाते हुए एएसपी और एसडीओपी को तत्काल पद से हटाने के निर्देश दिए. तो चौकी प्रभारी पर मामला दर्ज कर लिया गया. जबकि घटना पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं.
नरसिंहपुर गैंगरेप केसः सीएम शिवराज की सख्ती, ASP और एसडीओपी को हटाया, चौकी प्रभारी पर मामला दर्ज
नरसिंहपुर में हुई गैंगरेप की घटना पर सीएम शिवराज ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एएसपी और एसडीओपी को तत्काल पद से हटाने के निर्देश दिए. जबकि चौकी प्रभारी पर मामला दर्ज कर लिया गया है.
सीएम ने तत्काल प्रभाव से चौकी प्रभारी पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही एसपी और एसडीओपी को भी तत्काल पद से हटा दिया गया है. जबकि छुट्टी पर चल रहे एसपी से भी तुरंत स्पष्टीकरण मांगा गया है. इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री ऑफिस से ट्वीट कर दी गयी है. जिसमें लिखा है कि मध्यप्रदेश में माताओं-बहनों के साथ अपराध किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. दुष्कृत्य करने वाले नरपिशाच हैं, इन्हें सभ्य समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है. इन्हें इनके किये की कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी. कोई दोषी नहीं बचेगा.
कमलनाथ ने साधा निशाना
वही घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा. कमलनाथ ने लिखा कि खरगोन , सतना , जबलपुर के बाद अब नरसिंहपुर के चिचली थाना के अंतर्गत एक गांव में एक दलित महिला से गैंगरेप की घटना होने पर पीड़िता की कोई सुनवाई नहीं हुई, उल्टा पीड़िता के परिजनो को ही प्रताड़ित करने की बात सामने आयी है. जिससे आहत होकर पीड़िता ने अपनी जान दे दी.