ग्वालियर। ग्वालियर संसदीय सीट को लेकर दोनों ही दल अपनी जीत के प्रति आश्वस्त हैं. एक महीने की भागदौड़ और प्रचार के बाद इन प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के लिए सोमवार का दिन आराम का साबित हुआ. 12 मई को मतदान संपन्न हो जाने के बाद बीजेपी प्रत्याशी विवेक नारायण शेजवलकर ने अपने परिवार के साथ सोमवार का पूरा दिन बिताया, तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह अपने कार्यालय में बैठकर दिनभर कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेते रहे, हालांकि मतदान खत्म हो जाने के बाद वे भी रिलैक्स मूड में नजर आए.
चुनाव के बाद रिलैक्स नजर आए बीजेपी-कांग्रेस प्रत्याशी, शेजवलकर ने परिवार के साथ बिताया वक्त
12 मई को ग्वालियर संसदीय सीट पर वोटिंग खत्म हो जाने के बाद सोमवार को बीजेपी प्रत्याशी विवेक नारायण शेजवलकर और कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह रिलैक्स मूड में नजर आए.
ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी विवेक नारायण शेजवलकर और कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह कहने वैसे तो अच्छे दोस्त हैं, लेकिन चुनावी मैदान में वे एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी हैं. ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में 8 विधानसभा क्षेत्र हैं. अधिकांश ग्रामीण इलाकों में 60 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई है. कुछ लोग इसे कांग्रेस के पक्ष में मानते हैं तो कुछ लोग बीजेपी के पक्ष में, लेकिन हार-जीत की बातचीत के दौर के बीच सोमवार का दिन प्रत्याशियों के लिए सुकून भरा रहा. विवेक शेजवलकर ने अपने नाती, नानी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ वक्त बिताया. शाम में वे बीजेपी के चुनाव कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं से बातचीत की.
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह दिन भर अपने क्षेत्र के नेताओं और कार्यकर्ताओं से घिरे रहे. उन्होंने खासकर ग्रामीण इलाकों में अपनी मजबूत पकड़ के बारे में फीडबैक लिया. गौरतलब है कि 2014 के चुनाव में भी केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह ने कड़ी टक्कर दी थी और सिर्फ कुछ हजारों के मतों के अंतर से ही अशोक सिंह हार गए थे.