शांतिपूर्ण तरीके से गांव की सरकार बनाने में जुटे हैं मतदाता, आयोग के सचिव से एक्सक्लूसिव बातचीत
झारखंड में गांव की सरकार बनाने की कवायद चल रही है. दूसरे चरण में 16 जिलों के 50 प्रखंडों के कुल 7,029 पदों के लिए वोटिंग हो रही है. बूथों पर वोटरों की लंबी कतारें नजर आ रही हैं. राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राधेश्याम प्रसाद ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए बताया कि आयोग की कोशिश है कि इस बार 2015 के चुनाव की तुलना में वोटिंग परसेंट बढ़े. उन्होंने कहा कि अगर किसी मतदाता के पास वोटर कार्ड नहीं है, तब भी वह चुनाव आयोग की तरफ से जारी प्रमाणित डॉक्यूमेंट के आधार पर वोट डाल सकता है. पहले फेज के मतों की गिनती की प्रक्रिया अभी भी जारी होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सबसे पहले बैलट पेपर को चार कैटेगरी में छांटना पड़ता है. इसकी वजह से विलंब थोड़ा विलंब होता है. आपको बता दें कि दूसरे फेज में रांची जिला के बेड़ो, लापुंग, इटकी, नगड़ी और कांके प्रखंड में वोटिंग हो रही है इससे पहले फेज के दौरान रांची के बुंडू, तमाड़, राहे और सोनाहातू प्रखंड में वोटिंग हुई थी. इस फेज में गढ़वा, हजारीबाग, देवघर, साहिबगंज, दुमका, रामगढ़, लोहरदगा और सरायकेला-खरसांवा में वोटिंग नहीं होगी.