झारखंड में सड़क पर सत्ता पक्ष, राजभवन के सामने हुंकार, केंद्र पर सरकार को अस्थिर करने का लगाया आरोप
रांची: पिछले कुछ माह से झारखंड की राजनीति गरमाई हुई है. सत्ताधारी दल सड़क पर उतरकर केंद्र पर निशाना साध रहे हैं (Jharkhand ruling party protest). सोमवार को राजभवन के सामने झामुमो, कांग्रेस और राजद ने एकजुट होकर महाधरना दिया (UPA Protest in front of Rajbhawan Ranchi). सत्ताधारी दल के नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार एक लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र कर रही है. केंद्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग किया जा रहा है. इसी बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत भी मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि सीएम हेमंत से जुड़ा खनन लीज और शेल कंपनियों का मामला सुनवाई के योग्य नहीं है. सीएम के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट में पीआईएल दायर था, जिसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी. इस फैसले के बाद सत्ताधारी खेमे में खुशी दौड़ पड़ी है. नेताओं ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से साफ हो गया है कि सरकार को अस्थिर करने की साजिश की जा रही थी. इस महाधरना को लेकर ब्यूरो चीफ राजेश कुमार सिंह ने झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य, राज्यसभा सासंद महुआ माजी, झामुमो विधायक मथुरा महतो, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की और कांग्रेस नेता अजयनाथ शाहदेव से बात की. सभी ने एक सुर में कहा कि केंद्र सरकार झारखंड की सरकार को अस्थिर करने की साजिश कर रही है.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:31 PM IST