सम्मेद शिखर विवाद: मरांग बुरु पर चढ़े प्रदर्शनकारी, PM-CM का फूंका पुतला, गीताश्री उरांव ने कहा- प्रपंच हमें बर्दाश्त नहीं
गिरिडीह: मरांग बुरु को लेकर पारसनाथ पर आदिवासियों का महजुटान हुआ (Mahajutan of tribals at Parasnath) है. यहां पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव पहुंच गई हैं. इस महजुटान में स्थानीय आदिवासी लोगों के अलावा रामगढ़, हजारीबाग, दुमका, बोकारो समेत कई जिलों से लोग पहुंचे हैं. दोपहर में कार्यक्रम स्थल से जुलुश लेकर लोग निकले. हाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और स्थानीय विधायक सुदिव्य कुमार की तस्वीर लगा पुतला लेकर निकले. जुलूस में शामिल लोग पारसनाथ पर भी चढ़ गए और मरांग बुरु दिशोम मांझी थान के पास जाकर नमन किया. यहीं पर पीएम, सीएम व विधायक का पुतला दहन किया. इधर इस आंदोलन पर पूर्व मंत्री और आदिवासी नेता गीताश्री उरांव ने कहा कि पारसनाथ हमारे लिए मरांग बुरु हैं. सदियों से यहां पर जुग जाहेरथान है जिसपर देश विदेश सभी आदिवासियों की आस्था है. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज ने हमेशा दूसरों का सम्मान किया है. हमने अपनी बातों को किसी पर थोपा नहीं है और न ही हम अपना नियम कानून कहीं जबरदस्ती थोपने की कोशिश करते हैं. लेकिन जिस तरह से हमारी विरासत पर अतिक्रमण हो रहा है उसका विरोध करने के लिए यह जुटान हुआ है. निश्चित रूप से इस महजुटान के माध्यम से हम अपना संदेश राज्य के साथ साथ केंद्र सरकार को पहुंचाने में कामयाब होंगे. इस दौरान प्रोफेसर रामचन्द्र उरांव ने कहा कि हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ उचित नहीं है. (Demonstration of tribals in Giridih)
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:38 PM IST