कवि शंभू शिखरः 'हम श्रमनायक हैं भारत के और मेधा के अवतारी हैं... हम धरतीपुत्र बिहारी हैं'
रांची में झारखंड विधानसभा परिसर में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें बिहार से आये कवि शंभू शिखर ने कविता पाठ किया (Poet Shambhu Shikhar at Kavi Sammelan in Ranchi). लेकिन उससे पहले उन्होंने कहा कि जब वह पैदा हुए थे तब बिहार झारखंड एक ही था, इसलिए वह बिहार और झारखंड को अलग नहीं मानते. चुटीले व्यंग्य और हास्य से श्रोताओं को सर्द रात में भी गुदगुदाने को मजबूर करने वाले कवि ने जब बिहार और बिहारी की शान में कविता पाठ की तो झारखंड विधानसभा का कार्यक्रम स्थल तालियों से गूंज उठा. व्यंग्य के बाण पीएम मोदी से लेकर लालू प्रसाद पर छोड़ने वाले शंभू शिखर ने कहा कि दुनिया का सबसे ईमानदार नेता बिहार के होते हैं, लालू प्रसाद ने जिस जेल का उद्घाटन किया उसी जेल में रहे. इसके अलावा उन्हें व्यंग्य... '19 थी तुम हमने चाहा 20 की तरह... मंडप में तुम पलट गई नीतीश की तरह...' 'जब तक नहीं आते हैं 15 लाख खाते में ,तब तक मोदी जी हम तुमको जिताते रहेंगे' जैसी पंक्तियों ने खूब वाहवाही बटोरी. वहीं उन्होंने अपनी कविता 'हम श्रमनायक हैं भारत के... और मेधा के अवतारी हैं... हम 100 पर भारी ...01 पड़े...हम धरतीपुत्र बिहारी हैं... कविता कवि शंभू शिखर ने खूब तालियां बटोरी.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:33 PM IST