बिहार के बाद झारखंड में भी जातीय जनगणना की उठी मांग, सरकार के सहयोगी दल कांग्रेस हुई मुखर
रांची: बिहार में जातीय जनगणना को लेकर पटना हाईकोर्ट के द्वारा मिली हरी झंडी के बाद झारखंड में भी जातीय जनगणना की मांग उठने लगी है. मानसून सत्र के दौरान मंगलवार को झारखंड विधानसभा में ध्यानाकर्षण के जरिए कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने सदन में यह मामला उठाया. जातीय जनगणना के जरिए वास्तविक स्थिति का आकलन करने की मांग करते हुए प्रदीप यादव ने कहा कि मुझे उम्मीद है की सरकार का सकारात्मक इस पर रुख रहेगा. ईटीवी भारत से बात करते हुए कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि वे जातीय जनगणना कराने के लिए सरकार से आग्रह करेंगे. जातीय जनगणना होने से समाज में रहने वाले लोगों की वास्तविक संख्या का पता चलता है. निर्दलीय विधायक सरयू राय का कहना है कि जातीय जनगणना सरकार चाहे तो करा ले. मुझे नहीं लगता है कि इस पर किसी को एतराज होनी चाहिए. जातीय जनगणना होने से सरकार को जातीय आधारित नीतियां बनाने में सहूलियत होगी.